
मुंबई स्थित गूगल के ऑफिस में सोमवार (13 फरवरी) को धमकी भरा फोन आया, जिसमें कॉलर ने बताया कि पुणे के गूगल ऑफिस में बम रखा गया है. गूगल के अधिकारियों ने तुरंत इस बात की सूचना पुलिस को दी और मुंबई पुलिस ने पुणे पुलिस के साथ तफ्तीश शुरू की. जानकारी के मुताबिक, धमकी देने वाले कॉलर ने अपना नाम पणयम शिवानंद बताया. उसने फोन पर ये भी कहा कि वो हैदराबाद में रहता है. बता दें कि कॉलर ने लैंडलाइन नंबर पर कॉल किया था. पुलिस ने केस से जुड़ी सारी जानकारी पुणे पुलिस को दे दी है, ताकि वो भी जांच कर सके.
हैदराबाद में कॉलर गिरफ्तार
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस को अभी तक ऑफिस के कुछ भी संदेहास्पद नहीं मिला है. इस बीच, हैदराबाद में कॉलर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मुंबई पुलिस की एक टीम भी तेलंगाना में है और कॉलर को मुंबई लाने की तैयारी कर ली गई है. अभी तक इस बात का खुलासा नहीं हुआ है कि कॉल करने के पीछे शख्स का मोटिव क्या था. पुलिस ने कॉलर के खिलाफ आईपीसी की धारा 505 (1) (ब) और 506 (2) के तहत मामला दर्ज कर लिया है और जांच कर रही है.
इसी तरह से कुछ दिन पहले राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को मिली एक ‘ई-मेल’ में दावा किया गया था कि तालिबान से संबद्ध एक व्यक्ति मुंबई में ‘हमला’ करने वाला है. पुलिस के एक अधिकारी ने बीते 3 फरवरी को बताया था कि जांच एजेंसी के मुंबई कार्यालय को 2 फरवरी को यह धमकी भरा ‘ई-मेल’ मिला, जिसके बाद महाराष्ट्र आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) और शहर की पुलिस को इसकी जानकारी दी गई.
पुलिस के अनुसार, ‘सीआईए’ वाले ईमेल आईडी से भेजे गए इस संदेश में भेजने वाले ने दावा किया है कि तालिबान से संबद्ध एक व्यक्ति शहर में हमला करेगा. अधिकारी ने कहा कि भेजने वाले का आईपी (इंटरनेट प्रोटोकॉल) पता पाकिस्तान का है.
उन्होंने बताया कि संघीय एजेंसी को ऐसा ‘ई-मेल’ पिछले महीने भी भेजा गया था. हालांकि पुलिस की जांच में ‘ई-मेल’ की बात झूठी साबित हुई थी. अधिकारी ने बताया कि पुलिस को इसके पीछे किसी शरारत के होने का संदेह है, क्योंकि पूर्व में भी एजेंसी को ऐसे ‘ई-मेल’ कई बार भेजे गए हैं.