
बरेली . आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने अपने प्रवास के तीसरे दिन धर्म जागरण पर जोर दिया. क्षेत्र और ब्रज प्रांत के प्रचारकों के साथ मंथन में उन्होंने 2025 से पहले हर गांव में 100 परिवारों को संघ से जोड़ने का स्वयंसेवकों को लक्ष्य दिया है.
पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समरसता, योग, ग्राम्य विकास और कुटुम्ब प्रबोधन को भी उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपनी प्राथमिकताओं में शामिल करने की अपील की. शनिवार को डोहरा रोड स्थित जीआरएम स्कूल में सरसंघचालक ने क्षेत्र और ब्रज प्रांत के 14 जिलों के प्रचारकों के साथ वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों पर मंथन किया. संघ प्रमुख ने कहा कि स्वयंसेवक व्यक्तिगत तौर पर गांवों में परिवारों से संपर्क कर उन्हें संघ की योजनाओं के बारे में जानकारी दें. भागवत ने पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक समरसता को राष्ट्र की समृद्धि के लिए अहम बताया. कहा, सशक्त राष्ट्र के लिए समाज में समरसता और एकता सबसे अधिक जरूरी है. उन्होंने कहा कि समाज से ऊंच-नीच को खत्म करने के लिए कमजोर वर्गों के लोगों को रोजगार से जोड़ें और उनकी दूसरी समस्याओं को हल कराने की जिम्मेदारी भी स्वयंसेवक लें.
उन्होंने ‘एक वृक्ष राष्ट्र के नाम’ कार्यक्रम चलाकर हर स्वयंसेवक परिवार को एक पौधा लगाने को कहा. भागवत रविवार को रुहेलखंड विश्वविद्यालय के में परिवार प्रबोधन कार्यक्रम में शामिल होंगे.