राष्ट्रीय

भारत में 2022 में हुए रिकॉर्ड 15 हजार से अधिक अंग प्रत्यारोपण, एक वर्ष में हुई 27 प्रतिशत की बढ़ोतरी

 देश में कोविड-19 के बाद अंग प्रत्यारोपण के मामलों में भारी वृद्धि देखी गई है। वर्ष 2022 में पहली बार एक साल में 15 हजार से ज्यादा प्रत्यारोपण हुए। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने रविवार को यह जानकारी दी। भूषण ने स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आयोजित ‘राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक प्रतिरोपण संगठन (एनओटीटीओ) वैज्ञानिक संवाद 2023’ में कहा कि इसके अलावा प्रत्यारोपण के मामलों में 27 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि हुई।

सर्जरी और प्रत्यारोपण करने वाले संस्थानों की संख्या में विस्तार करने की जरूरत

उन्होंने तीन प्राथमिक क्षेत्रों कार्यक्रम संबंधी पुनर्गठन, संचार रणनीति और पेशेवरों के कौशल को प्रत्यारोपण के लिए प्रमुख बताया। देश के चिकित्सा संस्थानों की क्षमता निर्माण की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए भूषण ने कहा कि 640 से ज्यादा मेडिकल अस्पताल और कालेज होने के बावजूद प्रत्यारोपण केवल कुछ अस्पतालों तक सीमित एक विशेष सेवा बने हुए हैं। ऐसे संस्थानों की संख्या का विस्तार करने की आवश्यकता है, जहां सर्जरी और प्रत्यारोपण किए जाते हैं।

दिशा-निर्देशों को नवीनतम बनाने जैसे बदलावों को किया स्वागत

भूषण ने वर्तमान प्रत्यारोपण प्रणाली की संरचना और इसके दिशा-निर्देश में बढ़ोतरी करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि यद्यपि हमारे पास राष्ट्रीय स्तर पर एनओटीटीओ, राज्य स्तर पर एसओटीटीओ तथा क्षेत्रीय स्तर पर आरओटीटीओ जैसे विभिन्न शासन स्तरों पर मौजूदा संरचनाएं हैं, इसके बावजूद उनके बेहतर तंत्र के साथ काम करने को सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। भूषण ने प्रत्यारोपण में दिशा-निर्देशों को नवीनतम बनाने और मूल निवास की आवश्यकता जैसे बदलावों को शामिल करने का भी स्वागत किया है।

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button