नई दिल्ली . केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, भारतीय वैक्सीन बाजार के वर्ष 2025 तक 252 अरब रुपये के होने की उम्मीद है.
उन्होंने कहा कि भारतीय वैक्सीन दुनियाभर में अपनी जगह बना चुकी हैं. ब्रिटेन का दौरा कर रहे जितेंद्र सिंह ने बायोटेक स्टार्टअप्स और वैक्सीन के क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने का आह्वान भी किया.लंदन विज्ञान संग्रहालय में आयोजित कार्यक्रम में जितेंद्र सिंह ने कहा, दुनिया स्वास्थ्य से जुड़ी सेवाओं में भारत की उत्कृष्ट क्षमताओं को जानने लगी है. भारत अब कई वैक्सीन विकसित करने की प्रक्रिया में है. उन्होंने कहा, हाल ही में पहली नेजल कोरोनारोधी वैक्सीन सफलतापूर्वक विकसित की गई. ह्यूमन पैपिलोमावायरस (एचपीवी) से संबंधित एक वैक्सीन ने सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम में मदद की है.
लंदन साइंस म्यूजियम के दौरे पर केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि दुनिया तेजी से निवारक स्वास्थ्य देखभाल में भारत की उत्कृष्ट क्षमताओं को महसूस कर रही है और देश अब कई टीके विकसित करने की प्रक्रिया में है.
रविवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, उन्होंने कहा कि हाल ही में नाक के माध्यम से दिए जाने वाले दुनिया के पहले कोविड टीके का सफलतापूर्वक निर्माण हुआ है. उन्होंने कहा कि ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एचपीवी) से संबंधित टीके से सर्वाइकल के कैंसर को रोकने में मदद मिली है.
भारत तेजी से दुनिया की प्रमुख जैव-अर्थव्यवस्था के रूप में उभर रहा है और पिछले कुछ वर्षों में, नवाचार और प्रौद्योगिकी के मामले में इसमें कई गुना वृद्धि हुई है. उन्होंने बताया कि भारत ने केवल दो वर्षों में चार स्वदेशी टीके विकसित किए हैं.