अमित शाह का दुर्ग दौरा आज, पदमश्री उषा बारले से होने वाली मुलाकात पर बढ़ी राजनीतिक हलचल

Amit Shah Durg Visit: भाजपा के लिए, छत्तीसगढ़ की राजनीतिक के लिए तथा पाटन व अहिवारा विधानसभा के लिए यह बड़ी खबर है। 22 जून को केंद्रीय गृहमंत्री तथा भाजपा के रणनीतिकार अमित शाह भिलाई सेक्टर-1 आएंगे। 20 मिनट तक पदमश्री पुरस्कार प्राप्त उषा बारले से मुलाकात करेंगे। पंडवानी गायिका उषा बारले हाल ही में पदमश्री लेते वक्त अचानक चर्चे में आई थी। अब कहा यह जा रहा है कि भाजपा उन्हें अहिवारा विधानसभा या पाटन विधानसभा से चुनाव मैदान में उतार सकती है। भाजपा एक तीर से कई निशाना साधने की तैयारी में है।
पदमश्री सम्मान के दौरान चर्चे में आई थी पंडवानी गायिका बारले
इधर, प्रोटोकाल जारी होते ही प्रशासन ने बुधवार से ही उषा बारले के घर के बाहर सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया है। साथ ही उनके निवास का रंग रोगन व आसपास सफाई भी कराई जा रही है। बता दें कि उषा बारले पंडवानी गायिका है। हाल ही में उन्हें पदमश्री पुरस्कार से नवाजा गया है।
पदमश्री पुरस्कार लेते वक्त छत्तीसगढ़ की परंपरागत साड़ी में वे जिस तरह से पुरस्कार लेने पहुंची थी, उसने पूरे देश-दुनिया का ध्यान उनकी तरफ खींचा था। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह भी वहां मौजूद थे। उसके कुछ दिन बाद से ही उषा बारले को अहिवारा विधानसभा चुनाव से लड़ाए जाने की चर्चा शुरू हो गई थी।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 22 जून को दुर्ग के रविशंकर शुक्ल स्टेडियम में भाजपा की बड़ी सभा को संबोधित करने आ रहे हैं, इसके पहले वे सेक्टर-1 स्थित उषा बारले के निवास जाएंगे। प्रोटोकाल के मुताबिक वहां शाह 20 मिनट तक रहेंगे। इस खबर ने राजनीतिक तौर पर खलबली मचा रखी है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 लड़ाए जाने की चर्चा तेज
बता दें कि नईदुनिया ने पखवाड़े भर पूर्व एक रिटायर्ड जज व दो कलाकारों के अहिवारा विधानसभा से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने की संभावना को लेकर समाचार प्रकाशित किया था। एक तरह से उनका जनसंपर्क अभियान भी शुरू हो चुका है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का उषा बारले के निवास स्थान पर आना कई तरह के राजनीतिक संकेत दे रहा है।
पाटन या अहिवारा, एक तीर से कई निशाना राजनीतिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उषा बारले को भाजपा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ पाटन या फिर पीएचई मंत्री रुद्र गुरु के खिलाफ अहिवारा से चुनावी मैदान में उतार सकती है। इसके पीछे भाजपा की रणनीति यह है कि उषा बारले महिला है।