दंतेवाड़ा पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 3 नक्सल स्मारक को किया ध्वस्त, नक्सल सामग्री एवं अन्य सामान बरामद
Dantewada News छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ लगातार पुलिस अभियान चला रही है। इसके अंतर्गत दंतेवाड़ा के थाना बारसूर एवं मालेवाही क्षेत्रांतर्गत सशस्त्र नक्सलियों की उपस्थिति की दंतेवाड़ा डीआरजी की टीम को सूचना मिली थी। जिसके बाद दंतेवाड़ा डीआरजी की टीम को 9 अगस्त को सर्चिंग के लिए रवाना किया गया था। गस्त सर्चिंग के दौरान ग्राम – कोहकाबेडा, कुवे के जंगल पहाड़ी में नक्सलियों द्वारा छिपाकर रखा गया डंप सामाग्री – पैराबम, कैलक्यूलेटर, जीवनोपयोगी दवाइयां, दैनिक उपयोगी सामाग्री एवं नक्सल पत्रिका सहित नक्सल साहित्य बरामद किया गया। इसके साथ ही पुलिस ने 3 नक्सल स्मारक को ध्वस्त किया है।
टीम द्वारा इलाके में सघनता से सर्च करते हुए आगे बढ़ने पर ग्राम – मंगनार गट्टापारा तथा ग्राम – कोसलनार गोडियापारा (गोमटेम) में नक्सली शहीद सप्ताह (28 जुलाई से 03 अगस्त) के दौरान कामरेड दर्शन, कामरेड जागेश, कामरेड लाली, कामरेड दीपक की स्मृति में नवनिर्मित 3 नक्सल स्मारक मिला, जिसे डीआरजी टीम द्वारा मौके पर ध्वस्त किया गया। उक्त क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा लगातार अपनी पैठ बनाये रखने के लिए प्रयास किया जा रहा है, किंतु दंतेवाडा पुलिस की सजगता, सतर्कता एवं लगातार नक्सल विरोधी अभियान चलाये जाने से नक्सली बैकफुट पर है। डीआरजी टीम की इस सफलता से नक्सलियों की इस रणनीति को झटका लगा है और क्षेत्र में प्रशासन की योजना – विश्वास, विकास एवं सुरक्षा के तीन आयामों की ओर लगातार आगे बढ़ रही है।
जवानों को मिल रही कामयाबी
दंतेवाड़ा में समर्पित नक्सलियों के इनपुट से लगातार पुलिस को कामयाबी मिल रही थी, जिससे नक्सली में खौफ पैदा हो रहा है। दंतेवाड़ा में नक्सली वारदात को अंजाम देने कई बार कोशिश कर चुके हैं, पर अब नक्सलियों पर जवान भारी पड़ रहे है। वहीं दूसरी ओर छ्त्तीसगढ़ में नक्सलियों से लड़ने पुलिस ने ऑपरेशन मानसून चलाया है। जहां एक ओर नक्सलियों को बारिश में सुरक्षित ठिकाना नहीं मिल रहा वहीं उफनते नदी-नालों को पार कर जवान नक्सलियों के सुरक्षित ठिकानों तक पहुंच रहें हैं। जिससे नक्सलियों को भागने पर मजबूर होना पड़ रहा है।