दरभंगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार रक्षाबंधन में अपनी कलाई पर पूरे देश की 51 खादी कामगार बहनों द्वारा बनाई खादी की सूत से बनी राखी बांधेंगे. इन 51 महिलाओं में बिहार से भी एक महिला खादी कामगार का चयन हुआ है.
प्रधानमंत्री के लिए राखी बनाने का मौका दरभंगा खादी भंडार, रामबाग की कामगार राधा झा को मिला है. वे मनीगाछी प्रखंड के मकरंदा गांव के नरेश झा की पत्नी हैं. नरेश झा भी मकरंदा में ही खादी कामगार हैं. यह जानकारी रविवार को देते हुए राधा भावुक हो गईं. उन्होंने कहा कि मैं पिछले आठ वर्षों से खादी भंडार से जुड़ी हुई हूं. मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मेरी बनायी राखी प्रधानमंत्री अपनी कलाई पर बांधेंगे. मुझ जैसी सामान्य महिला को यह मौका मिलना साबित करता है कि खादी प्रधानमंत्री के दिल के कितने करीब है. मकरंदा गांव में खुशी का माहौल है. गांव के ठक्कन झा, भद्रकान्त मिश्र, इशाक अंसारी, जुलेखा खातून, रमजान अंसारी, टुनटुन मंडल, अजय कुमार, विवेकानंद चौधरी आदि ने इसके लिए राधा झा को बधाई दी है.
पटना राज्य कार्यालय से मिला था निर्देश दरभंगा शहर के रामबाग स्थित खादी भंडार के प्रबंधक विनोद कुमार मिश्रा ने बताया कि खादी भंडार के पटना राज्य कार्यालय से प्रधानमंत्री के लिए राखी बनाने का निर्देश मिला था. राधा समेत देशभर के खादी भंडार की 51 चयनित महिला कामगारों की बनायी राखी को कनॉट प्लेस स्थित दिल्ली भवन में भेज दिया है. प्रधानमंत्री रक्षाबंधन पर राखियों को बांधेंगे.
राखी को फेंकने के बाद जमीन पर उगेंगे पौधे
राधा ने बताया कि दरभंगा स्थित खादी भंडार, रामबाग में घास से राखी बनाई गई है. यह पूरी तरह इको फ्रेंडली है. इसे बांधने वाली डोर को भी खादी के धागे से बनाया गया है.
इस रक्षाबंधन 51 खादी कामगार बहनों की बनायी राखी बांधेंगे नरेंद्र मोदी, बिहार से एकमात्र महिला का किया गया है चयन