
किशनगढ़ में 27 वर्षीय महिला द्वारा अपने दो बच्चों को मौत के घाट उतारने के बाद आत्महत्या करने की घटना से हर कोई स्तब्ध है. पुलिस की प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई कि महिला का पति पूजा-पाठ के कारण परिवार पर ध्यान नहीं देता था, इससे परेशान होकर महिला ने वारदात की. पुलिस के मुताबकि, महिला का पति जोगेन्द्र शर्मा भगवान कृष्ण की पूजा करता है. इस कारण वह परिवार पर ध्यान नहीं देता था. पत्नी वर्षा उसे ऐसा करने से मना करती थी. इस आधार पर ही यह आशंका जताई जा रही है कि उसने इस कारण ही वारदात को अंजाम दिया होगा. हालांकि, पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही सही कारणों का पता चल पाएगा.
परिवार को छोड़ वृंदावन चला जाता था जोगेन्द्र पुलिस सूत्रों ने बताया कि जोगेन्द्र शर्मा भगवान कृष्णा की पूजा करता था. उसने अपने घर में मंदिर बनाया हुआ था, जिसमें वह रोजाना करीब 3 से 4 घंटे तक पूजा करता था. इसके अलावा जोगेन्द्र अक्सर अपने परिवार को छोड़कर वृदावंन चला जाता था. इस दौरान वह फोन तक नहीं उठाता था और इसी के चलते वर्षा उससे परेशान रहती थी. इसे लेकर दोनों में झगड़ा होता था.
घर में रखे शेविंग ब्लेड वारदात की पुलिस सूत्रों के मुताबिक वर्षा ने घर में रखे शेविंग ब्लेड से वारदात को अंजाम दिया है. पहले उसने दोनों बच्चों के हाथों की नस काटी और फिर अपनी नस काट ली. उसने वारदात को उस समय अंजाम दिया, जब जोगेन्द्र अपने गांव चला गया था. तीनों की ज्यादा खून बहने घर पर ही मौत हो गई.
परिवार देर शाम पहुंचे
वारदात की जानकारी मिलने के बाद जोगेन्द्र और वर्षा के परिवार रविवार शाम दिल्ली पहुंच गए थे. वर्षा ने कोई सुसाइड़ नोट नहीं छोड़ा है. ऐसे में पुलिस परिवार से पूछताछ कर रही है.
जोगेन्द्र शर्मा एनसीबी में कांस्टेबल हैं और आरकेपुरम स्थित दफ्तार में तैनात हैं.
जोगेन्द्र मुरादाबाद के ढाकी गांव रहने वाला है और वर्षा शकरपुर गांव की. दोनों की शादी 2017 में हुई थी. पिछले दो साल से परिवार दिल्ली में था, लेकिन गांव में उनका सामान रखा हुआ था. रविवार सुबह ही जोगेन्द्र गांव में रखा सामान दिल्ली लाने गया था. वह शाम तक वापस आने की बात कहकर गया था.