म्यूचुअल फंड कंपनियों के भ्रामक विज्ञापनों पर रोक
नई दिल्ली. यूचुअल फंड्स एसोसिएशन (एम्फी) ने एसेट मैनेजमेंट कंपनियों के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसके तहत कंपनियां अपने विज्ञापनों या पर्चों में अनुमानों और आकलनों के आधार पर भविष्य के मुनाफे को प्रदर्शित नहीं कर सकेंगी।
एसोसिएशन ने सभी एसेट मैनेजमेंट कंपनियों को भ्रामक या गुमराह करने वाले डिस्क्लोजर या विज्ञापनों से बचने को कहा है। एसोसिएशन ने यह भी निर्देश दिया है कि कंपनियां अपने विज्ञापनों में इस्तेमाल के लिए निवेश से जुड़े सिर्फ 10 साल के चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) का ही इस्तेमाल करें। बाजार नियामक सेबी ने पाया है कि कुछ कंपनियां ऐसे विज्ञापन जारी कर रही हैं, जो मौजूदा प्रावधानों के अनुसार ठीक नहीं है।
सेबी का कहना था कि विज्ञापनों, ब्रोशर और पर्चों में मौजूद कुछ आंकड़े ऐसे थे, जिससे निवेशकों को यह भरोसा हो सकता है कि उन्हें अपने निवेश (एसआईपी) पर तय रिटर्न मिलेगा।