
भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) ने देशभर में बीमा उत्पादों की आसान उपलब्धता के लिए बैंकों की भागीदारी बढ़ाने की तैयारी की है. इसके लिए उपाय सुझाने के लिए एक उच्च स्तरीय पैनल गठित किया गया है.
पैनल के सदस्य बैंकों की क्षमता बढ़ाने के विकल्प सुझाएंगे. इरडा के मुताबिक, देशभर में शाखाओं के माध्यम से बैंकों का बड़ा नेटवर्क है, बावजूद इसके इनका योगदान गैर-जीवन प्रीमियम में 5.93 प्रतिशत और जीवन बीमा प्रीमियम में 17.44 प्रतिशत है. इरडा ने कहा कि इस कवायद का मकसद विशाल बैंकिंग नेटवर्क का लाभ उठाते हुए देश के कोने-कोने तक बीमा उत्पाद उपलब्ध कराना होगा.
इरडा के मुताबिक, बैंक कॉरपोरेट एजेंट के रूप में बीमा उत्पादों के वितरण में लगे हुए हैं. हालांकि, उनके पास बीमा एजेंट के रूप में बीमा उत्पादों के वितरण के लिए एक अलग कानूनी इकाई स्थापित करने का विकल्प है लेकिन आज तक बैंकों ने इस तरह के विकल्प का उपयोग नहीं किया है.