नए सीएम हाउस का लोकार्पण नहीं कर पाए भूपेश

रायपुर. नवा रायपुर में नया सीएम हाउस, मंत्रियों और अफसरों के बंगले तैयार हैं. जबकि राजभवन का निर्माण तेजी से चल रहा है. 600 करोड़ के इस प्रोजेक्ट का निर्माण भाजपा सरकार के समय शुरू हुआ था और अब उसी के शासन में लोकार्पण का शिलालेख भी लगेगा. क्योंकि मुख्यमंत्री रहते भूपेश बघेल ने इस प्रोजेक्ट का लोकार्पण नहीं कर पाए. इसलिए नए सीएम हाउस में पहला प्रवेश भाजपा शासन के मुख्यमंत्री का होना तय है. माना जा रहा है कि नए साल जनवरी 2024 में नवा रायपुर में भव्य लोकार्पण समारोह होगा.पांच साल की कांग्रेस सरकार में जितने निर्माण कार्यों का लोकार्पण हुआ, वे सभी कार्य रमन सरकार के कार्यकाल में शुरू हुए थे. इनमें से नवा रायपुर का प्रोजेक्ट भी शामिल हैं. लेकिन, निर्माण ऐसा चला कि दो साल का निर्माण पांच सालों में भी पूरी तरह से तैयार नहीं होने की स्थिति में लोकार्पण की तारीख तय नहीं हो पाई.
अब केवल राजभवन का निर्माण सबसे ज्यादा अधूरा
लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के अनुसार नवा रायपुर में साढ़े 7 एकड़ में नया सीएम हाउस सहित मंत्रियों के 12 बंगले और अफसरों के 34 बंगले लगभग पूरी तरह से बनकर तैयार हैं. केवल राजभवन का निर्माण ही सबसे ज्यादा अधूरा है. पूरा कराने के लिए निर्माण तेजी से चल रहा है. इन सभी कार्यों के निर्माण का उद्घाटन रमन सरकार ने 2018 में किया था. विधानसभा भवन का निर्माण भी जारी है, जिसकी नींव भूपेश सरकार ने रखी थी.
इन कार्यों की घोषणाएं की गई
बता दें कि चुनाव के ऐन वक्त तेलीबांधा रिंग रोड पर अग्रसेनधाम चौक तक और उद्योग भवन के सामने फ्लाईओवर निर्माण कराने के साथ ही शहर की सबसे व्यस्ततम फूलचौक-तात्यापारा रोड का चौड़ीकरण कराने की घोषणा मुख्यमंत्री रहते भूपेश बघेल ने किया. लेकिन न तो टेंडर जारी हो सका न हीं निर्माण की कोई प्रक्रिया आगे बढ़ी. केवल फूलचौक-तात्यापारा रोड चौड़ीकरण के बजट की स्वीकृति जरूर दी गई.