रामलला प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर विदेशियों को आमंत्रण नहीं

अयोध्या. पांच सौ साल की प्रतीक्षा के बाद श्रीरामजन्म भूमि में निर्माणाधीन दिव्य मंदिर में रामलला के पदार्पण के गौरवशाली क्षण के साक्षी बनने का सुअवसर सनातन धर्मियों को ही सुलभ होगा. श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ने किसी भी प्रकार की अमंगल की आशंका को दूर करने के लिए गैर सनातनियों से परहेज कर रहा है.
इस स्थिति में किसी भी विदेशी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह का हिस्सा नहीं बनाया जाएगा.तीर्थ क्षेत्र के इस निर्णय के अनुसार विदेशी राष्ट्राध्यक्ष तो दूर भारत में स्थित दूसरे देशों के दूतावासों के राजनयिकों को भी आमन्त्रित नहीं किया जा रहा है.
क्यूआर कोड के जरिए जनरेट किया गया पास ही मान्य होगा श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपत राय का कहना है कि किसी तरह का आमंत्रण पत्र नहीं भेजा जा रहा बल्कि समाज के हर क्षेत्र के विशिष्ट जनों को पत्र भेजकर उनकी सहमति ली जा रही है. इनमें वह लोग हैं जिनकी सनातन धर्म और भगवान राम के प्रति आस्था है.
बताया गया कि आमन्त्रित अतिथियों को अपने आधार कार्ड के अलावा क्यूआर कोड के जरिए जनरेट किया गया पास ही मान्य होगा.
श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से भेजी गई पाती पर सहमति देने के बाद तीर्थ क्षेत्र द्वारा मोबाइल नंबर पर एक लिंक भेजा जाएगा. इस लिंक को क्लिक करने गूगल फार्म मिलेगा. इस फार्म में मांगी गई सूचना भरकर सबमिट करने पर स्वत प्रवेश पास जनरेट हो जाएगा.