
रायपुर. भाजपा इस बार मंत्रिमंडल में पुराने और नए चेहरों को एक साथ मौका दे सकती है. वहीं कुछ पूर्व मंत्रियों को इस बार मंत्री पद नहीं देगी. क्योंकि भाजपा ने चुनाव में सबसे ज्यादा नए चेहरों पर दांव लगाया था. इसलिए खास तौर से ऐसे लोगों को मंत्री बना सकती है, जो प्रशासनिक और राजनीतिक अनुभव रखते हैं. भाजपा में यह भी चर्चा है कि मुख्यमंत्री के मंत्रिमंडल में 50-50 के हिसाब से पुराने और नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है. वहीं कुछ मंत्रियों के नाम मुख्यमंत्री के कहने पर शामिल किए जा सकते हैं. सूत्र बताते हैं कि इस बार मंत्रिमंडल के नामों पर भी शीर्ष नेतृत्व ही मुहर लगाएगी. हालांकि इस बारे में जिसे भी मुख्यमंत्री बनाया जाएगा उससे राय-मशिवरा किया जाएगा. साथ ही प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव से भी इस संबंध में चर्चा की जाएगी. इसके बाद मंत्रियों के नाम फाइनल किए जाएंगे. मुख्यमंत्री को मिलाकर कुल 13 मंत्री होंगे.ये बन सकते हैं मंत्री
अरुण साव, विष्णुदेव साय, रेणुका सिंह, गोमती साय, बृजमोहन अग्रवाल, अमर अग्रवाल, राजेश मूणत, अजय चंद्राकर, केदार कश्यप, लता उसेंडी, धरम लाल कौशिक, ओपी चौधरी, विजय शर्मा, अनुज शर्मा.