
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा कि यह जरूरी है कि हृदयाघात की स्थिति में मरीज को तुरंत इलाज मिले इसलिए सीपीआर के लिए जागरूकता और आवश्यक प्रशिक्षण बहुत जरूरी है.
मंडाविया ने यह बात बुधवार को यहां सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रेससिटेशन) प्रशिक्षण पर नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज द्वारा आयोजित राष्ट्रव्यापी जन जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कही. इस देशव्यापी अभियान में 20 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए. अभियान में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री एवं राज्यमंत्रियों ने भी प्रशिक्षण सत्र में भाग लिया. उन्होंने आसानी से होने वाले सीपीआर का प्रदर्शन किया और प्रशिक्षण के महत्व पर जोर दिया.
देश का पहला सीपीआर जागरूकता कार्यक्रम
यह देश का पहला सीपीआर जागरूकता कार्यक्रम है, जो राष्ट्रीय स्तर पर संचालित किया गया है. इस अभियान के दौरान छात्रों, पेशेवरों और पैरामेडिकल स्टाफ सहित प्रतिभागियों को ऑनलाइन माध्यम से एक ही बैठक में प्रशिक्षण दिया गया.