अगर आप सरकारी कर्मचारी हैं तो ये खबर आपके लिए है. दरअसल, सरकार ने जनवरी-मार्च 2024 तिमाही के लिए जनरल प्रोविडेंट फंड (GPF) की ब्याज दरों का ऐलान कर दिया है. इस तिमाही में 7.1% की दर से ब्याज मिलेगा. यह ब्याज दर 31 मार्च, 2024 तक के लिए लागू है.
बता दें कि GPF सरकारी कर्मचारियों को उनकी रोजगार अवधि के दौरान बचत जमा करने की अनुमति देता है. यह एक अनिवार्य स्कीम है, जिसमें कर्मचारी को अपनी सैलरी का कुछ प्रतिशत योगदान देना होता है. GPF स्कीम कार्मिक, लोक शिकायतें और पेंशन मंत्रालय के अंतर्गत आता है.
GPF और EPF में अंतर
जनरल प्रोविडेंट फंड के ब्याज दर की समीक्षा हर तिमाही में की जाती है. वहीं, कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) की ब्याज दर पर फैसला साल-दर-साल होता है. EPF की ब्याज दर ईपीएफओ द्वारा संशोधित किया जाता है. वित्त वर्ष 2023-24 के लिए यह 8.15% तय किया गया है. ईपीएफओ के नियमों के मुताबिक कर्मचारी हर महीने अपने मूल वेतन का 12 फीसदी हिस्सा EPF खाते में जमा करता है. इतना ही कंट्रीब्यूशन नियोक्ता या कंपनी का भी होता है. नियोक्ता के हिस्से में से 8.33 फीसदी कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) में जाता है, जबकि शेष 3.67 फीसदी हिस्सा EPF में निवेश होता है.
PPF की ब्याज दर से लग जाता है अनुमान
आमतौर पर GPF के ब्याज दर का अनुमान स्मॉल सेविंग स्कीम PPF की ब्याज दर पर हुए फैसले से लगा लिया जाता है. सरकार ने चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) के लिए PPF की ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया है. इसकी ब्याज दर GPF के बराबर यानी 7.1 प्रतिशत पर स्थिर है. हालांकि, सरकार ने स्मॉल सेविंग स्कीमम्स में सुकन्या समृद्धि योजना पर ब्याज दर 0.20 प्रतिशत और तीन साल की सावधि जमा योजना पर ब्याज दर 0.10 प्रतिशत बढ़ा दी है. सुकन्या समृद्धि योजना के तहत जमा पर ब्याज दर मौजूदा आठ प्रतिशत से बढ़ाकर 8.2 प्रतिशत कर दी गई है. तीन साल की सावधि जमा पर दर मौजूदा सात प्रतिशत से बढ़कर 7.1 प्रतिशत कर दी गई है.