अरबपति व्यवसायी नारायण मूर्ति को पत्नी सुधा मूर्ति को इंफोसिस में शामिल नहीं कराने का अफसोस है. उन्होंने एक न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में इस पर कहा कि मैं गलत तरीके से आदर्शवादी था. नारायणमूर्ति ने छह अन्य के साथ मिलकर इंफोसिस की स्थापना की थी.
नारायण मूर्ति ने यहां तक कहा कि सातों की तुलना में वह अधिक योग्य थीं. उन्होंने कहा कि मुझे यह महसूस हुआ कि अच्छे कॉर्पोरेट प्रशासन का मतलब इसमें परिवार को शामिल नहीं करना है, क्योंकि उन दिनों सिर्फ परिवार का राज था. हर तरह के बच्चे आते थे और कंपनी चलाते थे. वहां सभी कानूनों का उल्लंघन होता था. हालांकि इंफोसिस के 77 वर्षीय पूर्व सीईओ ने स्वीकार किया कि सुधा मूर्ति को उस कंपनी में शामिल नहीं होने देना, जो अब देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी है. वह गलत आदर्शवादी थे.