रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ऐसे स्वतंत्र वाहन बनाने के लिए प्रयासरत है, जिनके संचालन के लिए इंसानी जरूरत नहीं होगी. यूएवी की तर्ज पर जमीन और पानी के भीतर चलने वाले वाहन तैयार करने की दिशा में तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं.
डीआरडीओ ने फिलहाल ऐसे वाहनों के सिमुलेटर तैयार कर लिए हैं, जिससे एक महत्वपूर्ण पड़ाव माना जा रहा है.
डीआरडीओ इस पर लंबे समय से कार्य कर रहा काम सूत्रों के अनुसार, DRDO की बेंगलुरु स्थित प्रयोगशाला सेंटर फार आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एंड रोबोटिक्स (सीएआईआर) इस पर लंबे समय से कार्य कर रहा है. कुछ समय पूर्व उसने एक स्टार्टअप कांबेट रोबोटिक्स की मदद से मानव रहित वाहन का सिमुलेटर सफलतापूर्वक तैयार किया है.
अपने आसपास के वातावरण की सफल मॉडलिंग कर लेता है सिमुलेटर सिमुलेटर एक ऐसा यंत्र होता है जो वास्तविक यंत्र की भांति हूबहू कार्य करता है. जैसे विमान के सिमुलेटर पर प्रशिक्षण लेकर पायलट उड़ान की बारीकियां सीख लेते हैं. रोचक बात यह है कि यह सिमुलेटर पानी के भीतर और जमीन के ऊपर भी कार्य करने में सक्षम है. यह अपने आसपास के वातावरण की सफल मॉडलिंग कर लेता है.
यानी इस प्रकार के सिमुलेटर को जब एक वाहन में बदला जाएगा तो वह स्वतंत्र रुप से अपना संचालन करने में सक्षम होगा. जैसा ड्रोन या यूएवी करते हैं.
सूत्रों के अनुसार इस पर आगे कार्य चल रहा है तथा कोशिश यह है कि जमीन और पानी के भीतर चलने वाले ऐसे अनमैंड व्हीकल तैयार किए जाएं जो सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हों.