रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को बेंगलुरु में बीईएमएल के कारखाने में वंदे भारत एक्सप्रेस के स्लीपर कोच के संस्करण का अनावरण किया. यात्री सुविधाओं, गति और सुरक्षा के मामले में इसे राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों से बेहतर बताया जा रहा है. अगले तीन महीने में ट्रेन ट्रैक पर दौड़ने लगेगी. इससे पहले 10 दिन तक विशेष परीक्षण किया जाएगा.
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का निर्माण अब पूरा हो गया है. हम वंदे भारत ट्रेन के डिजाइन में लगातार सुधार कर रहे हैं. हम अनुभव से सीख रहे हैं और इसमें सुधार कर रहे हैं. वंदे भारत मेट्रो के लिए भी यही सिद्धांत अपनाया जाएगा.
-अश्विनी वैष्णव, रेल मंत्री
विशेषताएं
1. ट्रेन में यात्रियों के लिए यूएसबी चार्जिंग प्वाइंट मिलेंगे
2. दिव्यांग यात्रियों के लिए विशेष बर्थ और शौचालय
3. मॉड्यूलर पैंट्री
4. यात्रियों की सूचना के लिए टीवी मॉनिटर और अनाउंसमेंट सिस्टम
5. अंदर डिस्प्ले पैनल और सुरक्षा कैमरे
6. एसी प्रथम श्रेणी के कोच में गर्म पानी के साथ शॉवर
7. ऑक्सीजन की उपलब्धता और वायरस से सुरक्षा, ये सीख कोविड-19 महामारी से ली गई है
विश्वस्तरीय सुविधाएं
● स्वचालित दरवाजे
● सेंसर आधारित दरवाजे
● गंध मुक्त शौचालय प्रणाली
● सामान रखने के लिए अधिक जगह
● ट्रेन में ग्लास फाइबर प्रबलित पॉलिमर (जीएफआरपी) पैनल
● यात्रियों को यूरोपीय ट्रेनों जैसा अनुभव मिलेगा
● बर्थ में अतिरिक्त कुशन किए होंगे
● ऊपरी बर्थ पर चढ़ने के लिए सीढ़ी नए सिरे से डिजाइन की गई है
बेंगलुरु में रविवार को बीईएमएल के कारखाने में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वंदे भारत स्लीपर का अनावरण किया.
झटके रहित यात्रा का अनुभव
स्लीपर कोच
16 कोच वाली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में 11 एसी 3 टियर कोच, 4 एसी 2 टियर और 1 एसी फर्स्ट क्लास कोच होगा
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन यात्रियों को झटके रहित यात्रा का अनुभव प्रदान करेगी. कोच पूरी तरह से सीलबंद तथा बेहतर एयर-कंडीशनिंग के साथ धूल-मुक्त रहेगा. लॉन्च किए जाने से पहले आने वाले महीनों में ट्रेन का बड़े पैमाने पर परीक्षण किया जाएगा.