‘साल के अंत तक लॉन्च हो सकता है मिशन गगनयान’ : ISRO
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने शुक्रवार को कहा कि भारत का पहला मानव अंतरिक्ष यान मिशन ‘गगनयान’ इस साल के अंत तक लॉन्च हो सकता है.
इसरो प्रमुख ने कहा कि हमें बहुत सावधानी से आगे बढ़ना चाहिए. मैं नहीं चाहता कि बोइंग स्टारलाइनर के साथ जो हुआ वह हो. उन्होंने कर्नाटक के बेंगलुरु में स्पेस एक्सपो के दौरान कहा कि गगनयान लॉन्च के लिए तैयार है. हम इसे इस साल के अंत तक लॉन्च करने का प्रयास कर रहे हैं. बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित परियोजनाओं में से एक गगनयान भारत का पहला मानव मिशन है.
बोइंग स्टारलाइनर बिना अंतरिक्ष यात्रियों के लौटा : बता दें कि नासा की तरफ से पांच जून को अंतरिक्ष यात्रियों के साथ लॉन्च किए गए बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान की पहली परीक्षण उड़ान सात सितंबर को पृथ्वी पर बिना अंतरिक्ष यात्रियों के लौट आई. विषम परिस्थितियों के कारण अंतरिक्ष यात्री- सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष में अपने आठ दिन की यात्रा को आठ महीने तक बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ा. अब वे फरवरी 2025 में स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन की मदद से वापस धरती पर लौटेंगे.
शुक्र ग्रह की खोज के महत्व पर जोर दिया
इसरो प्रमुख एस. सोमनाथ ने शुक्र ग्रह की खोज के महत्व पर भी जोर दिया. बता दें कि वीनस ऑर्बिटर मिशन (वीओएम) भी केंद्रीय मंत्रिमंडल की तरफ से अनुमोदित चार परियोजनाओं में से एक है और इसे 1,236 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. उन्होंने कहा कि कल पृथ्वी कुछ कारणों से रहने लायक नहीं रह जाएगी. इसलिए यदि आप मंगल और शुक्र में क्या हो रहा है, इसका अध्ययन नहीं करते हैं, तो संभवत: हमारी भावी पीढ़ी प्रभावित होगी. शुक्र इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत मंगल और चंद्रमा पर सफलतापूर्वक जा चुका है.