रांची/मुंबई. झारखंड और महाराष्ट्र में चुनाव नतीजों के बाद सरकार बनाने की कवायद तेज हो गई है. झामुमो नेता हेमंत सोरेन ने रविवार को झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया. वह 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. उधर, महाराष्ट्र में महायुति की तरफ से मुख्यमंत्री के नाम और सरकार गठन को लेकर मंथन जारी है.
झारखंड में इंडिया गठबंधन के नेताओं ने रांची में बैठक के बाद सर्वसम्मति से हेमंत सोरेन को विधायक दल का नेता चुना. झामुमो के नेताओं ने बताया कि सरकार बनाने का दावा पेश करने से पहले सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. वह गुरुवार को शपथ ग्रहण होने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री रहेंगे. सोरेन झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे. वह चौथी बार इस पद की शपथ लेंगे.
महाराष्ट्र में कयासों का बाजार गर्म : महाराष्ट्र में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करने वाले महायुति के घटक दलों भाजपा, शिवसेना और एनसीपी (अजीत गुट) के वरिष्ठ नेता दिन भर सक्रिय नजर आए. मुख्यमंत्री पद को लेकर लगातार दूसरे दिन कयासों का बाजार गर्म रहा. सरकार बनाने को लेकर भाजपा के संयुक्त महासचिव शिव प्रकाश और प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुंबई में उनके आवास पर मुलाकात की. चुनाव नतीजों के बाद पार्टी में सभी का ध्यान फडणवीस पर है. भाजपा ने राज्य में 149 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिनमें से उसने 132 पर जीत हासिल की. वहीं, महायुति को 234 सीटों पर सफलता मिली है. राजनीतिक गलियारों में अटकलें लगाई जा रही हैं कि फडणवीस तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल मंगलवार को समाप्त हो रहा है.
शिंदे-पवार चुने गए विधायक दल के नेता : शिवसेना के नवनिर्वाचित विधानसभा सदस्यों ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को विधायक दल के नेता, मुख्य सचेतक और अन्य पदाधिकारियों को नियुक्त करने के लिए भी अधिकृत किया गया. वहीं, एनसीपी ने अजित पवार को विधानसभा में पार्टी का नेता चुना है.