इक्विटी म्यूचुअल फंड निवेश में नवंबर माह के दौरान बड़ी गिरावट दर्ज की गई है. मासिक आधार पर 14 प्रतिशत की गिरावट के साथ यह निवेश 35,943 करोड़ रुपये रहा है, जबकि अक्तूबर में 41,887 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था. यह गिरावट शेयरों में निवेश वाली योजनाओं में दर्ज की गई है.
एम्फी के मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, वहीं, नवंबर में बड़ी कंपनियों के लार्ज कैप फंड में निवेश 26 प्रतिशत घटकर 2,548 करोड़ रुपये रह गया, जो इससे पिछले महीने 3,452 करोड़ रुपये था. इसके अलावा क्षेत्रवार आधारित (थीमैटिक श्रेणी) फंड में भी गिरावट देखी गई. नवंबर माह में इसमें 7,658 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जबकि इस खंड में अक्टूबर में 12,279 करोड़ और सितंबर में 13,255 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था.
मिड और स्मॉल कैप फंड चमके हालांकि, मिड कैप और स्मॉल कैप फंड में वृद्धि देखी गई. मिड कैप फंड मासिक आधार पर 4.3 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 4,883 करोड़ रुपये और स्मॉल कैप नौ प्रतिशत बढ़कर 4,112 करोड़ रुपये रहा. वहीं, एसआईपी से मासिक योगदान नवंबर में 25,320 करोड़ रुपये पर लगभग स्थिर रहा.
निवेश में गिरावट के कारण
● घरेलू बाजार में अक्तूबर-नवंबर में अस्थिरता
● निवेशक सतर्क हुए और निवेश से हाथ खींचे
● वैश्विक स्तर पर विभिन्न व्यापक आर्थिक कारक
● भू-राजनीतिक तनाव से बाजारों में उतार-चढ़ाव
● एफडी पर ब्याज दरें बढ़ने से भी निवेशकों ने सुरक्षित विकल्प चुना