छह अंतरिक्ष मिशन पर दुनिया की नजर
इस साल इसरो, नासा समेत अन्य अंतरिक्ष एजेंसियों के प्रमुख मिशन लॉन्च होंगे, जिन पर दुनिया की नजर रहेगी. भारत के गगनयान कार्यक्रम के तहत तीन मिशन हैं. नासा मंगल पर दो जुड़वां अंतरिक्ष यान भेजेगा. चीन तियानवेन-2 मिशन को लॉन्च करेगा और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी स्पेस राइडर अंतरिक्ष यान भेजेगा. उड़ान भरने को तैयार मिशनों पर एक नजर.
मंगल ग्रह पर दो अंतरिक्ष यान भेजेगा नासा
नासा का एस्केपेड प्रोजेक्ट मंगल ग्रह के वायुमंडल में दो अंतरिक्ष यान भेजने वाला पहला मिशन है. इसके लिए रॉकेट लैब ने ब्लू और गोल्ड नामक जुड़वां अंतरिक्ष यान डिजाइन किया. फरवरी-मार्च में केप कैनावेरल से लॉन्च होगा. 11 महीने तक 230 मिलियन मील की यात्रा के बाद वे एक साथ लाल ग्रह के चारों ओर प्लाज्मा और चुंबकीय क्षेत्रों को मापेंगे. इस मिशन से मंगल ग्रह के वायुमंडल का अध्ययन करने में मदद मिलेगी. डेटा मंगल ग्रह के परमाणुओं को हटाने वाली प्रक्रियाओं के बारे में बताएगा.
गगनयान में दो मानवरहित उड़ान होगी
चंद्रयान-2 की सफलता के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) अपने गगनयान मिशन के लिए तैयार है. इस साल कार्यक्रम के तहत तीन मिशन गगनयान-1, 2 और 3 पूरे होंगे. इस साल नवंबर-दिसंबर में दो मानव रहित परीक्षण उड़ान होगी, जिसमें एक व्योम मित्र रोबोट भेजा जाएगा. यह एक महिला रोबोट है, जिसे इसरो ने तैयार किया है. व्योममित्र के मिशन को गगनयान के मानव मिशन की पूर्ववर्ती के रूप में देखा जाएगा. इसकी सफलता के बाद अंतरिक्ष में तीन दिन के लिए मानव अंतरिक्ष यात्री भेजे जाएंगे.
शुक्र का करेगा अध्ययन
वीनस लाइफ फाइंडर शुक्र के लिए पहला निजी मिशन है. मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के साथ कंपनी रॉकेट लैब मिशन को अंजाम देगा. जनवरी में न्यूजीलैंड से यान लॉन्च होगा. शुक्र के वायुमंडल में कार्बनिक अणुओं की जांच