
छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिला प्राकृतिक सौंदर्य और पर्यटन स्थलों से समृद्ध है. यहां की पहाड़ियां, नदी-नाले और जंगल, प्रकृति प्रेमियों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं. इन्हीं आकर्षणों में से एक है गगनई जलाशय, जो जिला मुख्यालय गौरेला से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यह जलाशय प्रकृति की गोद में स्थित एक ऐसा स्थान है, जहां पर्यटक नौकायन, पिकनिक और साहसिक गतिविधियों का आनंद उठा सकते हैं.

गगनई जलाशय अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है. चारों ओर हरियाली से घिरा यह स्थान हर किसी को सुकून प्रदान करता है. जलाशय का मुख्य आकर्षण है नौकायन (बोटिंग), जो पर्यटकों को खास अनुभव प्रदान करता है. इसके साथ ही यहाँ का सनसेट पॉइंट बेहद लोकप्रिय है. झील में डूबते सूरज की लालिमा और चारों ओर पहाड़ों का दृश्य यहां आने वाले हर पर्यटक का दिल जीत लेता है. झील का यह मनोरम दृश्य ऐसा प्रतीत होता है जैसे प्रकृति ने अपनी कलाकृति को निखार कर यहां सजाया हो. गगनई जलाशय में पर्यटकों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा गया है. वन विभाग द्वारा बनाए गए सर्व-सुविधायुक्त कमरे और कैंटीन मुख्य आकर्षण हैं. पर्यटक अपने परिवार के साथ यहां रुककर शांत और सुकून भरे पलों का आनंद ले सकते हैं.

गगनई जलाशय सिर्फ प्राकृतिक सौंदर्य तक सीमित नहीं है. नाइट कैम्पिंग, ट्रेकिंग, और पक्षीदर्शन जैसी साहसिक गतिविधियों का भी यहां आयोजन होता है. पर्यटकों के लिए बनाए गए सेल्फी पॉइंट और स्कूल-कॉलेज के बच्चों के लिए नवाचार कैंप इस स्थान की खासियत को और बढ़ाते हैं. यह नेचर कैंप भालुओं के आवास वाले जंगल के करीब स्थित है. यहां वन विभाग द्वारा पर्यावरण चेतना केंद्र स्थापित किया गया है, जो भालुओं के संरक्षण और पर्यावरण जागरूकता के लिए महत्वपूर्ण है. कभी-कभी भालुओं के दर्शन भी पर्यटकों को रोमांचित कर देते हैं.
गगनई नेचर कैंप पूरे साल पर्यटकों से गुलजार रहता है. स्थानीय लोग और बाहरी पर्यटक इसे पिकनिक के लिए उपयुक्त स्थान मानते हैं. शांत जलवायु, मनोरम दृश्य, और सुविधाओं के कारण यह राज्य के सबसे आकर्षक पर्यटन स्थलों में से एक है. गगनई जलाशय केवल एक पर्यटन स्थल नहीं है, बल्कि यह प्रकृति, रोमांच और सुकून का संगम है. यह स्थान उन सभी के लिए आदर्श है, जो प्रकृति के करीब आकर शांति और आनंद का अनुभव करना चाहते हैं.