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प्रधानमंत्री मोदी का मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात 2025 की पहली कड़ी-‘स्टार्ट-अप इंडिया’ बड़े शहरों तक सीमित नहीं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात की 118वीं कड़ी में 25 जनवरी को मनाए जाने वाले राष्ट्रीय मतदाता दिवस से पहले और भाजपा के पक्ष में कथित पक्षपात को लेकर विपक्ष की लगातार आलोचनाओं के बीच आयोग की सराहना की.

आयोग ने चुनाव प्रक्रिया को मजबूत बनाया मोदी

मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम में कहा, मैं चुनाव आयोग को धन्यवाद दूंगा, जिसने समय-समय पर हमारी मतदान प्रक्रिया को आधुनिक बनाया है और उसे मजबूत किया है. आयोग ने जन-शक्ति को और शक्ति देने के लिए, तकनीक की शक्ति का उपयोग किया. मैं चुनाव आयोग को निष्पक्ष चुनाव की उनकी प्रतिबद्धता के लिए बधाई देता हूं. भारतीय निर्वाचन आयोग की स्थापना 25 जनवरी को हुई थी. इस दिन को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है. प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब विपक्षी दल चुनावी प्रक्रिया के कुछ पहलुओं और ईवीएम की विश्वसनीयता पर लगातार सवाल उठा रहे हैं. मोदी ने लोगों से लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा बनने और इसे सशक्त बनाने के लिए बड़ी संख्या में मतदान प्रक्रिया में भाग लेने की अपील भी की. प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद देश में जब 1951-52 में पहली बार चुनाव हुए तो कुछ लोगों को संशय था कि क्या देश का लोकतंत्र जीवित रहेगा. उन्होंने कहा, लेकिन, हमारे लोकतंत्र ने सारी आशंकाओं को गलत साबित किया.

अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में नए कीर्तिमान स्थापित मोदी ने कहा कि साल 2025 की शुरुआत में ही भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में कई ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की हैं. उन्हें यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि अंतरिक्ष के क्षेत्र के एक भारतीय स्टार्टअप पिक्सेल ने भारत का पहला निजी उपग्रह कॉन्स्टेलेशन फायर-फ्लाई सफलतापूर्वक लॉन्च किया है. इस उपलब्धि ने न केवल भारत को आधुनिक अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में अग्रणी बनाया है, बल्कि यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भी एक बड़ा कदम है.

इस बार का गणतंत्र दिवस विशेष

मोदी ने कहा कि ‘मन की बात’ का यह कार्यक्रम इस महीने के अंतिम रविवार के बजाय तीसरे रविवार को आयोजित किया गया है क्योंकि अगले रविवार को गणतंत्र दिवस है. आमतौर पर यह कार्यक्रम महीने के आखिरी रविवार को होता है. उन्होंने कहा कि इस बार का गणतंत्र दिवस बहुत विशेष है क्योंकि ये भारतीय गणतंत्र की 75वीं वर्षगांठ है. प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम में संविधान सभा में बहस के दौरान बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर, राजेंद्र प्रसाद और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के संबोधनों के ऑडियो क्लिप का कुछ अंश भी सुनाया.

विरासत को सहेजना है

मोदी ने पौष द्वादशी के दिन अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, हमें विकास के रास्ते पर चलते हुए ऐसे ही अपनी विरासत को भी सहेजना है और उनसे प्रेरणा लेते हुए आगे बढ़ना है.

‘स्टार्ट-अप इंडिया’ बड़े शहरों तक सीमित नहीं

प्रधानमंत्री मोदी ने स्टार्ट-अप इंडिया कार्यक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि यह केवल बड़े शहरों तक सीमित नहीं है. आधे से अधिक स्टार्ट-अप दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों से चल रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि अपशिष्ट प्रबंधन, गैर-नवीकरणीय ऊर्जा, जैव प्रौद्योगिकी और लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में बड़ी संख्या में स्टार्ट-अप सामने आए हैं.

महाकुम्भ एकता, समता का असाधारण संगम

प्रधानमंत्री मोदी ने महाकुम्भ को एकता और समता-समरसता का असाधारण संगम करार दिया. उन्होंने कहा कि हजारों वर्षों से चली आ रही इस परंपरा में कहीं भी कोई भेदभाव और जातिवाद नहीं है. मोदी ने कुम्भ के साथ ही पुष्करम और गंगासागर मेले की चर्चा करते हुए कहा कि ये पर्व सामाजिक मेल-जोल, सद्भाव और एकता को बढ़ाने वाले हैं. ये पर्व भारत के लोगों को भारत की परंपराओं से जोड़ते हैं.

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