मौनी अमावस्या पर स्नान के लिए संगमनगरी में बढ़ रही भीड़, प्रयाग जाने वाले श्रद्धालु ध्यान दें

मौनी अमावस्या से पूर्व ही श्रद्धालुओं को भारी रेला संगमनगरी में उमड़ रहा है. आने वालों की भीड़ बढ़ती जा रही है. हालांकि पुलिस और प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग स्थल से महज दो से तीन किलोमीटर दूरी पर ही पुण्य की डुबकी लगाने के लिए स्नान घाट बनाए हैं.
अगर आप संगम नोज पहुंचना चाहते हैं तो फिर 10-15 किमी से अधिक पैदल चलने को तैयार रहें, क्योंकि इसके अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है.
वहीं यदि निजी वाहन, बस या ट्रेन से आ रहें तो जानिए आप कहां तक आएंगे और वहां से संगम की ओर कैसे जाएंगे. प्रशासन ने भीड़ को देखते हुए महाकुम्भ नगरी को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया है.
निजी वाहनों के लिए पार्किंग व्यवस्था
● संगम नोज जाना है तो 10 से 15 किमी चलना पड़ सकता है
● महाकुम्भ नगरी भीड़ के मद्देनजर है नो व्हीकल जोन
जौनपुर मार्ग
जौनपुर मार्ग से स्नान करने के लिए निजी वाहन से आ रहे हैं तो सहसों चौराहे से आगे बढ़ते ही रवई गारापुर तिराहा, गारापुर रोड चीनी मिल पार्किंग मिलेगी. इसके आगे पूरे सूरेदास, बदरा सोनौटी उत्तरी-दक्षिणी पार्किंग, समयामाई पार्किंग से सीधे पैदल ओल्ड जीटी संगम घाट सेक्टर नंबर पांच तक आ सकते हैं.
मिर्जापुर मार्ग
मिर्जापुर से आने वाली गाड़ियां रज्जू भइया सिटी पार्किंग, टेंट सिटी पार्किंग, सरस्वती हाईटेक और ओमेक्स पार्किंग तक आएंगी. यहां से सीधे अरैल संगम घाट पैदल जा कर स्नान कर सकते हैं. इस रूट से संगम जाने के लिए नैनी पुल पार करने के लिए पैदल के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा.
कानपुर- कौशाम्बी मार्ग
कानपुर-फतेहपुर, कौशाम्बी की ओर से आने वाली निजी गाड़ियां धूमनगंज नेहरू पार्क में बनी पार्किंग में खड़ी होंगी. यहां सिटी बस से सिविल लाइंस या हिन्दू हॉस्टल तक आ सकते हैं. वहां से पैदल ही संगम की ओर जाना होगा.
एयरपोर्ट से हिन्दू हॉस्टल तक शटल और टैक्सी की सुविधा
हवाई यात्रा करने वाले यात्री भी ध्यान दें. मौनी अमावस्या पर वह दूसरे शहरों से प्रयागराज एयरपोर्ट पहुंच जाएंगे लेकिन वहां से संगम जाने के लिए ज्यादा विकल्प नहीं मिलेगा. एयरपोर्ट से शटल बस और टैक्सी की सुविधा है लेकिन यह सुविधा सिर्फ हिन्दू हॉस्टल तक मिलेगी. यहां से संगम की ओर पैदल ही जाना होगा.
वाराणसी मार्ग
वाराणसी रूट से आने वालों को हनुमानगंज हबुसा मोड़, कनिहार मोड़, कनिहार अंडरपास चमनगंज, उस्तापुर पार्किंग तक आने को मिलेगा. यहां से ऐरावत संगम घाट तक पैदल जा सकते हैं. सात किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ सकता है.
लखनऊ-प्रतापगढ़ मार्ग
लखनऊ-प्रतापगढ़ से आने वाले वाहन मंडलायुक्त कार्यालय मजार चौराहा, आईईआरटी पार्किंग तक आ सकती हैं. अगर ये पार्किंग फुल हो गईं तो बेली कछार में ही वाहन रोके जाएंगे. वहां से शटल बस से बैंक रोड तक आ सकते हैं.
रीवा चित्रकूट मार्ग
मध्य प्रदेश या चित्रकूट की ओर से आने वाले श्रद्धालु मामा भांजा तालाब, दांडी तिराहा, टीसीआई मोड़, खान चौराहा एग्रीकल्चर पार्किंग, नवप्रयागम पार्किंग और गंजियाग्राम पार्किंग तक आएंगे. यहां से पैदल अरैल जाएंगे.
इन स्थालों पर रुकेंगी बसें
● पूर्वांचल-गोरखपुर, आजमगढ़ की ओर से आने वाली बसें झूंसी कटका में बनी अस्थायी बस अड्डे पर रुकेंगी. यहां से शटल बसें मिलेंगी लेकिन ये केवल अंदावा मोड़ तक आएंगी. वहां से पैदल ही आना होगा. ई-रिक्शा व ऑटो भी नहीं मिलेगा.
● वाराणसी रूट-बनारस रूट से आने वालीं बसें झूंसी अंदावा के पास बने अस्थायी बस स्टेशन तक आएंगी. यहां से पैदल ही यात्रियों को संगम या अन्य नजदीकी स्नान घाट तक आना होगा.
● दिल्ली व कानपुर-दिल्ली या कानपुर रूट से आने वाली बसों को नेहरू पार्क बस स्टेशन में उतारा जाएगा. यहां से शटल बसें सिविल लाइंस या हिन्दू हॉस्टल तक मिलेंगी. वहां से पैदल संगम जाना होगा.
● लखनऊ-रायबरेली-लखनऊ, रायबरेली, अयोध्या मार्ग से बस से आने वाले यात्री फाफामऊ स्थित बेला कछार बस स्टेशन पर उतरेंगे. यहां से शटल बसें इविवि बैंक रोड तक आएंगी. वहां से पैदल ही जाना होगा.
● विंध्याचल व मिर्जापुर-विंध्याचल व मिर्जापुर मार्ग से आने वाली बसें नैनी स्थित सरस्वती हाईटेक सिटी बस स्टेशन में रुकेंगी. वहां से शटल बसें केवल लेप्रोसी मोड़ के लिए मिलेंगी. वहां से संगम आने के लिए नए यमुना पुल को पार कर पैदल ही आना होगा.
● बांदा-चित्रकूट-बसें नैनी स्थित लेप्रोसी मिशन सेवा बस स्टेशन में आएंगी. मध्य प्रदेश की बसें यहीं से मिलेंगी. यहां से भी शटल बसें चलेंगी.
● दिल्ली-हावड़ा रूट से आने वाली ट्रेनें प्रयागराज जंक्शन या सूबेदारगंज रेलवे स्टेशन पर रुकेंगी. सूबेदारगंज से कोई ऑटो या ई-रिक्शा नहीं मिलेगा. इस बार सूबेदारगंज रेलवे स्टेशन से शटल बसें चलाने की व्यवस्था है. इसी तरह जंक्शन से बाहर कोई ऑटो नहीं मिलेगा. वहां से पैदल पत्थर गिरजाघर आना होगा. यहां से शटल बसें हनुमान मंदिर तक जाएंगी. हनुमान मंदिर से पैदल ही संगम के लिए जाना होगा.
● बिहार और गोरखपुर, बनारस रूट की ट्रेनें झूंसी रेलवे स्टेशन तक आएंगी. झूंसी स्टेशन से पैदल ही स्नान घाट तक जाना होगा. वहीं लखनऊ रूट की ट्रेनें प्रयाग स्टेशन आएंगी. यहां यात्रियों को छोटा बघाड़ा की ओर बने प्रवेश द्वार से निकाला जाएगा. वहां से संगम के लिए कोई साधन नही है. पैदल ही पुण्य की डुबकी लगानी है.
● मुम्बई व मध्य प्रदेश से आने वाले यात्री छिवकी व नैनी रेलवे स्टेशन तक आएंगे. यहां से केवल लेप्रोसी तक गाड़ियां मिलेंगी. वहां से पैदल ही जाना होगा.