
जयपुर में पति-पत्नी की हत्या के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी मोनू उपाध्याय को गिरफ्तार कर लिया है. जांच में पता चला है कि हत्या के पीछे प्रेम-प्रसंग था. आरोपी का महिला से अफेयर चल रहा था, लेकिन महिला ने उससे बातचीत बंद कर दी. इससे नाराज होकर उसने महिला और उसके पति की हत्या कर दी.
Relationship Complications:
आरोपी मोनू और मृतका आशा एक ही गारमेंट फैक्ट्री में काम करते थे. काम के दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं. छह महीने पहले मोनू ने आशा को बातचीत के लिए एक मोबाइल फोन भी गिफ्ट किया था.
Husband’s Intervention:
जब आशा के पति राजाराम को इसकी जानकारी मिली, तो उसने अपनी पत्नी को मोनू से बात करने से मना कर दिया. इसके बाद आशा ने मोनू से दूरी बना ली और फैक्ट्री जाना भी बंद कर दिया.
Plan to Eliminate Husband:
प्रेमिका से बातचीत बंद होने से गुस्साए मोनू ने राजाराम को रास्ते से हटाने की ठान ली. उसने पत्नी के गहने गिरवी रखकर 50,000 रुपये जुटाए और धौलपुर के बसेड़ी से देसी पिस्तौल खरीदी.
Premeditated Murder:
हत्या से पहले मोनू ने अपने सहकर्मी प्रदीप को वीडियो कॉल कर पिस्तौल दिखाई और कहा कि अगर आशा उससे बात नहीं करेगी, तो वह राजाराम को मार देगा.
The Murder
24 जनवरी को मोनू ने आशा के घर में घुसकर पहले राजाराम को गाली-गलौज की और फिर उसकी कनपटी पर गोली मार दी. राजाराम को गिरते देख जब आशा रोने लगी, तो डर के मारे मोनू ने उसे भी गोली मार दी.
Police Action:
पुलिस ने जयपुर से आगरा तक कई जगह दबिश दी और महुवा के बस स्टैंड से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.