
Mahakumbh Mela Stampede News: महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा है. संगम नगरी में करीब 8-10 करोड़ लोग मौजूद हैं. आम आदमी का स्नान जारी है. भीड़ कम होने के बाद अखाड़ों का अमृत स्नान शुरू होगा. महाकुंभ मेले में बुधवार तड़के भगदड़ मच गई थी. संगम नोज पर स्नान करने को श्रद्धालु इस कदर बेताब थे कि वे बैरिकेडिंग फांदने लगे. इसकी वजह से अफरा-तफरी मच गई. इस भगदड़ में कई लोग घायल हो गए. सबका इलाज अस्पताल में चल रहा है. कुछ लोगों के मरने की भी आशंका है. फिलहाल, सीएम योगी से लेकर पीएम मोदी तक की महाकुंभ मेले पर नजर है. भगदड़ पर आस्था भारी पड़ती दिख रही है. तो चलिए 10 प्वाइंट में जानते हैं कि आज महाकुंभ मेले में कब-क्या हुआ.
सबसे पहले जानते हैं कि महाकुंभ में कब और क्या हुआ. मौनी अमावस्या पर कुंभ में देश-दुनिया से लोग पहुंचे हैं. रात 12 बजे के बाद ही संगम तट पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी. सब संगम नोज वाले तट पर नहाने को बेताब थे. वहां बैरिकेडिंग लगी हुई थी. मगर बीड़ इतनी थी कि रात एक बजे स्थिति खराब हो गई. डेढ़ बजते-बजडे बैरिकेड टूट गए. लोग बैरिकेड फांदने लगे. इसी में कुछ श्रद्धालु बेकाबू हो गए. देखते ही देखते अफरा-तफरी मच गई और भगदड़ का रूप ले लिया.
भगदड़ मचने के बाद चारों ओर चीख-पुकार मच गई. मगर पुलिस-प्रशासन के लोगों ने मुस्तैदी दिखाई. घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया. इसके बाद एंबुलेंस से सबको अस्पताल पहुंचाया गया. अभी दर्जनों लोग घायल हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. कुछ लोगों के मरने की भी आशंका है. हालांकि, अब तक सरकार की ओर से इस पर कोई जानकारी नहीं दी गई है. संगम में स्नान को लेकर अब भी बहुत दबाव है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना के बाद लखनऊ में एक उच्च स्तरीय बैठक की. इस बैठक में मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, गृह विभाग के प्रमुख सचिव और अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) समेत सीनियर अफसर मौजूद थे. मौनी अमवास्या पर अमृत स्नान को लेकर भोर से ही बैठक हो रही थी.
सीएम योगी ने महाकुंभ भगदड़ पर अपडेट दिया और कहा कि बैरिकेड्स फांदकर आने की कोशिश में यह भगगड़ मची और कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हुए. सीएम योगी ने कहा, ‘प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ है. रात में एक से दो बजे के बीच अखाड़ा मार्ग पर जहां से अमृत स्नान की दृष्टि से बैरिकेड्स लगाए गए थे, उन बैरिकेड्स को फांदकर आने में कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हुए हैं. उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उपचार की व्यवस्था की गई है. उनमें से कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हैं.’
महाकुंभ भगदड़ पर लखनऊ से लेकर दिल्ली तक हलचल है. खुद पीएम मोदी ने चार बार सुबह से फोन करके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से स्थिति का जायजा लिया है. इतना ही नहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और हेल्थ मिनिस्टर जेपी नड्डा ने भी महाकुंभ की स्थिति का जायजा लिया. इसकी जानकारी खुद सीएम योगी ने दी. पीएम मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा और प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी लगातार संपर्क में बने हुए हैं और स्थिति पर उन सबकी नजर है.
मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान का कार्यक्रम जारी रहेगा. सीएम योगी ने साफ कर दिया है कि पहले आम लोग स्नान करेंगे, उसके बाद अखाड़ों का अमृत शाही स्नान होगा. इस पर अलग-अलग अखाड़ों से प्रशासन ने बातचीत की है. खुद अखाड़ा परिषद ने कहा है कि जब भीड़ कम हो जाएगी, तब हम स्नान करेंगे. सीएम योगी की मानें तो प्रयागराज में स्थिति नियंत्रण में है, मगर अब भी भीड़ बहुत है. बताया जा रहा है कि अब भी प्रयागराज में करीब 8 से 9 करोड़ लोग हैं.
आज सुबह 10 बजे तक करीब पौने चार करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं. यह सिलसिला अब भी जारी है. हालांकि, संगम नोज, अखाड़ा मार्ग और नाग वासुकी मार्ग पर लगातार दबाव बना हुआ है. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन मुस्तैद है. योगी सरकार ने किसी भी अफवाह पर ध्यान नहीं देने को कहा है. साथ ही स्नानार्थियों से अपील की गई है कि जहां पर हैं आप, लगभग 15 से 20 किलोमीटर के दायरे में अस्थाई घाट बनाए गए हैं उसमें कहीं भी आप स्नान कर सकते हैं. आवश्यक नहीं है कि संगम नोज की तरफ ही आएं.
अब संगम तट पर भक्तों की भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस के साथ-साथ सीआरपीएफ और रैपिड एक्शन फोर्स की टीम ने मोर्चा संभाल लिया है. ये टीमें अखाड़ा मार्ग की तरफ रवाना हो चुकी हैं. इतना ही नहीं, महाकुंभ मेला डीआईजी वैभव कृष्ण ने भी अखाड़ा की तरफ से आने वाले मार्ग का निरीक्षण किया है. इसके बाद ही फैसला हो पाएगा कि आज अखाड़ों का अमृत स्नान कितने बजे होगा.
अभी संगम तट पर क्या स्थिति है? फिलहाल, प्रशासन ने माहौल को कंट्रोल में कर लिया है. भीड़ बहुत है, बावजूद इसके अभी स्नान हो रहा है. अभी आम लोग स्नान कर रहे हैं. इसके बाद साधु-संत अमृत स्नान करेंगे. संगमनगरी में अब स्थिति सामान्य है. पुलिस की सुरक्षा-व्यवस्था चाक चौबंद है. भीड़ को कंट्रोल करने के लिए क्राउड डायवर्जन प्लान लागू कर दिया गया है. खुद सीएम योगी पल-पल नजर रख रहे हैं.
कुंभ मेले की परंपरा के मुताबिक, सन्यासी, बैरागी और उदासीन अखाड़े भव्य जुलूस के साथ संगम तट पर पहुंचकर एक तय क्रम में अमृत स्नान करते हैं जिसमें क्रम में पहले स्थान पर पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी अमृत स्नान करता है. त्रिवेणी संगम – गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम – हिंदुओं द्वारा सबसे पवित्र माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि महाकुंभ के दौरान और विशेषकर मौनी अमावस्या जैसी विशेष स्नान तिथियों पर इसमें डुबकी लगाने से लोगों के पाप धुल जाते हैं और उन्हें मोक्ष मिलता है.