
प्रयागराज में जारी महाकुंभ में स्नान के लिए जाने की योजना बना रहे श्रद्धालुओं के लिए राहत की खबर है. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के राम मोहन नायडू ने प्रयागराज की यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए विमान किराए में 50 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की है. यह नई किराया संरचना आज से लागू हो गई है. न्यूज चैनल एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में राम मोहन नायडू ने यह बात कही है.
सरकार ने पहले ही एयरलाइन्स को टिकट की कीमतों में कटौती करने का निर्देश दिया था. इसके लिए उनके साथ तीन बैठकें भी हुईं. इनमें किराया कटौती को लागू करने पर चर्चा की गई. एयरलाइन्स को यह याद दिलाया गया कि कुंभ मेला जैसा भव्य धार्मिक आयोजन 140 साल में एक बार होता है और उन्हें इस महत्व को ध्यान में रखते हुए अपने किराए में संशोधन करना चाहिए.
साथ ही सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया कि एयरलाइन्स को किराए में कटौती के कारण कोई वित्तीय नुकसान न हो. इससे पहले नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयरलाइन्स को प्रयागराज जाने वाली उड़ानों के किराए को तर्कसंगत बनाने के लिए निर्देश दिया था. 23 जनवरी को DGCA अधिकारियों ने उनके साथ एक बैठक की थी.
जनवरी में DGCA ने अतिरिक्त 81 उड़ानों को मंजूरी दी थी ताकि बढ़ी हुई मांग को पूरा किया जा सके. पहले की तुलना में एयरलाइंस अब अधिक उड़ानें संचालित कर रही हैं. प्रयागराज जाने और आने वाली उड़ानों की संख्या बढ़कर 132 हो गई है. हालांकि इन अतिरिक्त उड़ानों के साथ विमान किराए में भी भारी वृद्धि देखी गई है, खासकर दिल्ली-प्रयागराज मार्ग पर किराया 21 गुना बढ़ गया.
महाकुंभ मेला 13 जनवरी से शुरू हुआ था और 26 फरवरी को समाप्त होगा. इस मेले में अब तक 20 करोड़ से अधिक श्रद्धालु शामिल हो चुके हैं. इस सप्ताह की शुरुआत में प्रमुख स्नान घाटों पर भारी भीड़ के कारण भगदड़ भी हुई थी.
कुंभ मेला क्षेत्र में अस्थायी शहर का निर्माण किया गया है. यह करीब 4,000 हेक्टेयर यानी कि 9,990 एकड़ में फैला हुआ है. इसका आकार लगभग 7,500 फुटबॉल मैदानों के क्षेत्रफल के बराबर है. यहां 1,50,000 तंबू और लगभग उतनी ही संख्या में शौचालयों का निर्माण किया गया है, ताकि लाखों श्रद्धालुओं को सुविधा मिल सके.