
रायपुर. प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दर्ज किए गए डीएमएफ घोटाले की सुनवाई अब विशेष अदालत में 22 मार्च को होगी. इस प्रकरण में गिरफ्तार कर जेल भेजी गई निलंबित आईएएस रानू साहू, माया वारियर और मनोज कुमार द्विवेदी की गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंस के जरिये सुनवाई हुई. वहीं इस मामले के 13 अन्य आरोपियों में से करीब 12 आरोपियों की ओर से बंध पत्र प्रस्तुत कर प्रत्येक सुनवाई में उपस्थित रहने तथा गिरफ्तारी से राहत दिए जाने के लिए दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 88 के तहत आवेदन पेश किया गया है. इस आवेदन पर सुनवाई 22 मार्च को होगी.
विशेष न्यायालय में ईडी की ओर से विशेष लोक अभियोजक ने प्रकरण की जांच जारी रहने का हवाला देते हुए सुनवाई आगे बढ़ाने का अनुरोध किया था. इसे न्यायालय ने स्वीकार कर पेशी की तारीख बढ़ा दी है. ईडी ने इस प्रकरण में निलंबित आईएएस अफसर रानू साहू, आदिम जाति विकास विभाग की अधिकारी माया वारियर समेत 16 आरोपियों के विरूद्ध अभियोजन परिवाद पेश किया है. ईडी की ओर से 90 करोड़ 48 लाख 22 हजार 253 रुपए के घोटाले के आरोप के साथ न्यायालय में अभियोजन परिवाद पेश किया गया है. इसके साथ ही इस मामले से जुड़े लोगों की 21.47 करोड़ की चल-अचल संपत्तियां भी अटैच की गई है.
कस्टम मिलिंग घोटाले की सुनवाई 4 अप्रैल को
ईओडब्लू-एसीबी द्वारा दर्ज कस्टम मिलिंग घोटाले की सुनवाई अब 4 अप्रैल को होगी. गुरुवार को विशेष न्यायालय में कस्टम मिलिंग घोटाले की आरोपी मार्कफेड के पूर्व एमडी मनोज सोनी और राइस मिल एसोसिएशन के तत्कालीन कोषाध्यक्ष रोशन चंद्राकर की सुनवाई हुई. ईओडब्लू-एसीबी की ओर से न्यायालय में प्रकरण की जांच जारी रहने का हवाला देते हुए सुनवाई आगे बढ़ाने का निवेदन किया गया. इसे स्वीकारते हुए विशेष न्यायाधीश ने सुनवाई के लिए 4 अप्रैल की तारीख दी है.