
शुक्रवार की सुबह भारतीय शेयर बाजार में भूचाल आ गया. निफ्टी 50 ने 22,433 के निचले स्तर पर शुरुआत की और शुरुआती कारोबार में ही 22,224 के दिन के निचले स्तर को छू लिया. बीएसई सेंसेक्स ने 74,201 के निचले स्तर पर शुरुआत की और 73,579 के दैनिक निचले स्तर को छू लिया, जो 1000 से अधिक अंकों की गिरावट दर्शाता है. बैंक निफ्टी इंडेक्स ने भी 48,437 के निचले स्तर पर शुरुआत की और 48,161 के दैनिक निचले स्तर को छू लिया, जो कि 1% की गिरावट दर्शाता है. आईटी, टेक, ऑटो और टेलीकॉम सेक्टर में सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई.
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट के पीछे पांच प्रमुख कारण
शेयर बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, भारतीय शेयर बाजार में गिरावट के पीछे पांच प्रमुख कारण हैं. इनमें भारतीय बैंकों के कमजोर कमाई की अफवाह, एमएससीआई रीजिग, डीआईआई का हाई लेवल पर फंसना, यूएस बॉन्ड यील्ड में वृद्धि और एफआईआई का भारत से चीन की ओर पैसा शिफ्ट करना शामिल है.
1. भारतीय बैंकों की कमजोर कमाई की अफवाह: प्रोफिटमार्ट सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड अविनाश गोरक्षकर ने कहा कि भारतीय बैंकों की चौथी तिमाही की कमाई बाजार के अनुमान से कम रहने की अफवाह है. इससे शुक्रवार को बाजार में बिकवाली का दबाव बढ़ गया. उन्होंने कहा कि निफ्टी 50 इंडेक्स की 30% ताकत बैंकिंग शेयरों से आती है. आज निफ्टी 50 और सेंसेक्स में गिरावट इस अफवाह के कारण है.
2. घरेलू निवेशकों का हाई लेवल पर फंसना: गोरक्षकर ने कहा कि एफआईआई लगातार भारतीय बाजार में बिकवाली कर रहे हैं, लेकिन डीआईआई आगे नहीं आ रहे हैं. इसका मुख्य कारण यह है कि डीआईआई हाई लेवल पर फंसे हुए हैं और बाजार की सही तस्वीर मिलने तक वे अपनी पोजीशन को रीबैलेंस नहीं कर रहे हैं.
3. एमएससीआई रीजिग: लक्ष्मीश्री इन्वेस्टमेंट एंड सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड अंशुल जैन ने कहा कि आगामी एमएससीआई रीजिग भी बाजार में गिरावट का कारण है. इस रीजिग के बाद ट्रेड वॉल्यूम प्रभावित हो सकता है. घरेलू और विदेशी संस्थगत निवेशक अपनी पोजीशन को रीबैलेंस कर सकते हैं.
4. यूएस बॉन्ड यील्ड में वृद्धि: गोरक्षकर ने कहा कि एफआईआई यूएस बॉन्ड मार्केट में बेहतर रिटर्न मिलने के कारण भारतीय बाजार में बिकवाली कर रहे हैं. डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद से एफआईआई का यह ट्रेंड जारी है.
5. सेल इंडिया बाय चाइना: जीयोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वीके विजयकुमार ने कहा कि ट्रंप की जीत के बाद चीन पोर्टफोलियो फ्लो का प्रमुख केंद्र बन गया है. चीन के शेयर आकर्षक वैल्यूएशन पर उपलब्ध हैं. इसलिए एफआईआई ‘सेल इंडिया बाय चाइना’ की रणनीति अपना रहे हैं.