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विदेशों में शादी करने वालों से PM मोदी की अपील; क्या दिक्कत है भाई, उत्तराखंड में खर्च करो न

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को उत्तराखंड के उत्तरकाशी का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने मां गंगा के शीतकालीन निवास मुखवा में पूजा की. इसके पश्चात, पीएम ने हर्षिल में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं.

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पीएम ने उत्तराखंड में पर्यटन की संभावनाओं पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पिछले एक दशक में इस राज्य में पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. 2014 से पहले चारधाम यात्रा के दौरान हर वर्ष औसतन 18 लाख यात्री आते थे, जबकि अब यह संख्या लगभग 50 लाख तक पहुंच गई है. इस वर्ष के बजट में 50 पर्यटन स्थलों के विकास का प्रावधान किया गया है, जहां होटलों को इंफ्रास्ट्रक्चर का दर्जा दिया जाएगा. इससे न केवल पर्यटकों के लिए सुविधाएं बढ़ेंगी, बल्कि स्थानीय रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होगी.

उत्तरकाशी के हर्षिल में पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने आज विदेश में विवाह करने वालों से एक बार फिर अपील की. उन्होंने कहा कि लोग अक्सर विदेशों को अपनी शादी का स्थल चुनते हैं. जनसभा में उपस्थित लोगों से उन्होंने पूछा कि क्या यहां कोई समस्या है, पैसे यहीं खर्च करें. मोदी ने पहले भी ‘वेड इन इंडिया’ का समर्थन किया था और उत्तराखंड को शादी के लिए एक पसंदीदा स्थान बनाने की भी सलाह दी.

पीएम मोदी ने हर्षिल की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आजकल लोग शादी के लिए विदेशों में जाते हैं, जबकि उत्तराखंड में भी यह संभव है. उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे यहां शादी करने पर ध्यान दें और उत्तराखंड को एक वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करें. मोदी ने सर्दियों में उत्तराखंड को शादी के लिए पसंदीदा स्थान बनाने की बात की और याद दिलाया कि उन्होंने ‘वेड इन इंडिया’ का संदेश दिया था. इसके साथ ही, उन्होंने फिल्म निर्माताओं को भी सर्दियों में उत्तराखंड में शूटिंग के लिए आमंत्रित किया.

पीएम मोदी ने उल्लेख किया कि देशवासियों को यह जानकारी होनी चाहिए, या शायद नहीं हो. 1962 में जब चीन ने भारत पर आक्रमण किया, तब दो गांवों को खाली कराया गया था. यह घटना 60-70 साल पहले की है, और लोग इसे भूल चुके हैं, लेकिन हमें इसे नहीं भूलना चाहिए. हमने उन दो गांवों को पुनः बसाने का कार्य प्रारंभ किया है और एक बड़ा पर्यटन स्थल विकसित करने की दिशा में प्रयासरत हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखंड में पिछले एक दशक में पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आर्थिक मंदी को समाप्त करने के लिए बारहमासी पर्यटन को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि हर मौसम में पर्यटन गतिविधियाँ सक्रिय रहें. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लिए पर्यटन क्षेत्र को विविधता प्रदान करना और उसे स्थायी बनाना अत्यंत महत्वपूर्ण है. उनका उद्देश्य है कि उत्तराखंड में कोई भी मौसम ‘ऑफ सीजन’ न हो, बल्कि सभी मौसम ‘ऑन सीजन’ बने रहें.

प्रधानमंत्री ने बताया कि मार्च, अप्रैल और जून के महीनों में पहाड़ों में पर्यटकों की संख्या काफी अधिक होती है, लेकिन इसके बाद यह संख्या घट जाती है. उन्होंने कहा कि सर्दियों में होमस्टे और होटल अक्सर खाली रहते हैं, जिससे उत्तराखंड में आर्थिक गतिविधियों में कमी आती है. मोदी ने सुझाव दिया कि यदि सर्दियों में देश-विदेश के लोग उत्तराखंड आएं, तो उन्हें यहां की असली सुंदरता का अनुभव होगा और ट्रेकिंग तथा स्कीइंग का आनंद मिलेगा. उन्होंने यह भी कहा कि सर्दियों में उत्तराखंड की धूप विशेष होती है, जबकि मैदानी क्षेत्रों में कोहरा छाया रहता है. इसके साथ ही, उन्होंने कॉर्पोरेट क्षेत्र से आग्रह किया कि वे अपनी मीटिंग और कॉन्फ्रेंस सर्दियों में उत्तराखंड में आयोजित करें.

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