Jio Financial Services ने किया डिविडेंड का ऐलान, कंपनी के नेट प्रॉफिट में मामूली बढ़ोतरी

मुंबई, 18 अप्रैल 2025: मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) की कंपनी जियो फाइनेंशियल सर्विस (Jio Financial Services) ने गुरुवार को अपने वित्तीय नतीजे जारी किए। कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग (Exchange Filing) में बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (Q4) में उनका नेट प्रॉफिट (Net Profit) 1.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 316.11 करोड़ रुपये रहा। पिछले वित्त वर्ष (2023-24) की चौथी तिमाही में कंपनी ने 310.63 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट (Net Profit) दर्ज किया था। हालांकि, कंपनी के रेवेन्यू (Revenue) में शानदार उछाल देखा गया है।
रेवेन्यू (Revenue) में 24 प्रतिशत की बंपर वृद्धि
जियो फाइनेंशियल सर्विस (Jio Financial Services) ने बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 की मार्च तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू (Revenue) 24 प्रतिशत की तेजी के साथ 518 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 418 करोड़ रुपये था। पूरे वित्त वर्ष (2024-25) की बात करें तो कंपनी का नेट प्रॉफिट (Net Profit) मामूली बढ़त के साथ 1612.59 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 1604.55 करोड़ रुपये था। कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स (Board of Directors) ने शेयरहोल्डरों (Shareholders) के लिए डिविडेंड (Dividend) की सिफारिश भी की है।
डिविडेंड (Dividend) की सिफारिश
रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) की इस सहायक कंपनी ने बताया कि उनके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स (Board of Directors) ने 31 मार्च 2025 को समाप्त वित्त वर्ष के लिए 10 रुपये की फेस वैल्यू (Face Value) वाले प्रत्येक इक्विटी शेयर (Equity Share) पर 0.50 रुपये का डिविडेंड (Dividend) देने की सिफारिश की है। गुरुवार को कंपनी के शेयर बीएसई (BSE) पर 1.73% (4.20 रुपये) की बढ़त के साथ 246.45 रुपये पर बंद हुए। जियो फाइनेंशियल सर्विस (Jio Financial Services) के शेयर अभी भी अपने 52 वीक हाई (52-Week High) 394.70 रुपये से काफी नीचे हैं, जबकि 52 वीक लो (52-Week Low) 198.60 रुपये है।
शेयरों में 31.89 प्रतिशत की गिरावट
बीएसई (BSE) के आंकड़ों के अनुसार, जियो फाइनेंशियल सर्विस (Jio Financial Services) का मौजूदा मार्केट कैप (Market Cap) 1,56,573.18 करोड़ रुपये है। पिछले एक महीने में कंपनी के शेयरों में 12.28 प्रतिशत की रिकवरी देखी गई है। हालांकि, बीते एक साल में शेयरों में 31.89 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।