जुलाई से शुरू होगी कैलास मानसरोवर यात्रा

कैलास मानसरोवर यात्रा इस बार जुलाई से शुरू होगी. सोमवार को दिल्ली में हुई विदेश मंत्रालय, कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन), सिक्किम टूरिज्म और चीन के अधिकारियों की बैठक में यह फैसला लिया गया.
बैठक में निगम के अधिकारियों ने जून तक सभी तैयारियां पूरी करने की बात कही है. बैठक में भारतीय सेना, आईटीबीपी के अधिकारियों के साथ स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी मौजूद रहे. केएमवीएन के अधिकारियों के अनुसार, बैठक में चीन के अधिकारियों की ओर से यात्रा को जून के बजाए जुलाई से शुरू कराने पर सहमति जताई गई. इस बार यात्रा मार्ग पर यात्रियों के ठहरने के लिए विशेष इंतजाम किए जाने हैं. निगम का फोकस यात्रा को अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने पर है. दिल्ली से आने वाले यात्रियों के लिए टनकपुर, धारचूला और नाभीढांग में ठहरने की विशेष व्यवस्थाएं की जाएंगी. हर उम्र के लोगों के लिए अलग-अलग डाइट प्लान तैयार किया जाएगा. विशेषज्ञों की मदद से ऐसा आहार तय किया जाएगा, जो यात्रा के दौरान ऊर्जा देने वाला और पचने में आसान होगा. यात्रा के दौरान ऊंचाई वाले क्षेत्रों में यात्रियों को परेशानी नहीं हो इसका भी विशेष ध्यान रखा जाएगा.
डाइट प्लान में कुमाउनी और स्थानीय भोजन : यात्रा के दौरान बुजुर्गों, युवाओं और महिलाओं की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए खास डाइट तैयार की जाएगी. निगम, विशेषज्ञों से सलाह लेकर ऊंचाई पर यात्रियों के लिए कुमाउनी और सीमावर्ती क्षेत्र में बनने वाले स्थानीय भोज्य पदार्थों को परोसने की व्यवस्था करेगा. केएमवीएन अधिकारियों की टीम जून तक यात्रा मार्ग का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लेगी.
चारधाम के नजदीकी कस्बों में पंजीकरण सुविधा
देहरादून. चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अब चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी जिले में छह स्थानों पर नए यात्रा पंजीकरण काउंटर खुलेंगे. होटल व्यवसायी इसकी मांग करते आ रहे थे. सोमवार को देहरादून में गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय ने कैंप कार्यालय में तीनों जिलों के होटल कारोबारियों के साथ बैठक में यह निर्णय लिया. होटल व्यवसायी चारधाम यात्रा मार्गों पर एक-एक पंजीकरण काउंटर स्थापित करने की मांग कर रहे थे.