राष्ट्रीयव्यापार

ऑपरेशन सिंदूर से शेयर बाजार गुलजार, सेंसेक्स-निफ्टी में तेजी

ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ढांचे पर भारतीय सशस्त्र बलों के सटीक हमलों के बाद भारतीयर शेयर बाजार फोकस में है. शुरुआती कारोबार में शेयर बाजार के प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट देखी गई. हालांकि, बाजार खुलने के मिनटों में ही सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी आ गई. बाजार के निवेशक भी ऑपरेशन सिंदूर को सलामी दे रहे हैं. सेंसेक्स सुबह 9:30 बजे 80,761.92 अंक पर पहुंच गया. इसमें 120.85 अंक यानी 0.15 % की तेजी दर्ज की गई.

हालांकि,इससे पहले बीएसई सेंसेक्स आज 180.48 अंक टूटकर यानी 0.22% गिरावट के साथ 80,460.59 अंक पर ओपन हुआ था. वहीं, एनएसई निफ्टी में 25.60 अंक यानी 0.11% गिरावट के साथ पर 24,354.00 पर ओपन हुआ था. बता दें कि इससे पहले GIFT निफ्टी ने हल्की नकारात्मक शुरुआत का संकेत दिया है. सुबह 7:03 बजे तक, GIFT निफ्टी 104 अंक या 0.43% की गिरावट के साथ 24,308 पर था.

एशियाई बाजार

संभावित अमेरिकी-चीन ट्रेड बातचीत के कारण एशियाई बाजारों में तेजी रही. जापान के निक्केई 225 में 0.22% की वृद्धि हुई, जबकि टॉपिक्स में 0.38% की वृद्धि हुई. दक्षिण कोरिया के कोस्पी में 0.32% की वृद्धि हुई और कोसडैक में 0.7% की गिरावट आई. हांगकांग के हैंग सेंग इंडेक्स फ्यूचर्स ने बढ़त के संकेत दिए.

मंगलवार का हाल

बता दें कि बैंकिंग एवं पेट्रोलियम शेयरों में मुनाफावसूली आने और भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने से निवेशकों के सतर्क रुख अपनाने के कारण को स्थानीय शेयर बाजारों में गिरावट थी. सेंसेक्स 156 अंक फिसल गया, जबकि निफ्टी में 82 अंक की गिरावट दर्ज की गई. बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स दो दिन की बढ़त को रोकते हुए 155.77 अंक यानी 0.19 प्रतिशत गिरकर 80,641.07 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 315.81 अंक गिरकर 80,481.03 अंक पर आ गया था. एनालिस्ट्स ने कहा कि नीतिगत दर पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व के निर्णय से पहले और अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता पर चिंताओं से कारोबारी गतिविधियां सीमित दायरे में रहीं. बता दें कि पहलगाम अटैक के बाद भारतीय शेयर बाजार में लगातार अच्छी तेजी देखी गई है.

विदेशी निवेशक लगातार खरीद रहे भारतीय शेयर

विदेशी संस्थागत निवेशक लगातार 14 सेशंस से भारतीय इक्विटी बाजारों में शुद्ध खरीदार बने हुए हैं, मंगलवार को एक और ₹3,800 करोड़ की शुद्ध खरीद हुई. पिछले 14 कारोबारी सत्रों में, विदेशी संस्थानों ने भारतीय इक्विटी में लगभग ₹45,000 करोड़ का निवेश किया है.

रुपये में गिरावट

इधर, भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर में कई स्थानों पर हवाई हमले करने के बाद बुधवार को नॉन-डिलीवरेबल फॉरवर्ड (एनडीएफ) बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपए में गिरावट आई. एनडीएफ ने संकेत दिया कि ऑनशोर स्पॉट मार्केट खुलने पर रुपया 84.64-84.68 पर कारोबार करने की संभावना है. बढ़ती वैश्विक अनिश्चितता और जोखिम उठाने की क्षमता के सतर्क पुनर्मूल्यांकन के बीच मंगलवार को अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया पांच पैसे की गिरावट के साथ 84.35 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और विदेशी कोषों का निवेश बढ़ने से डॉलर-रुपये की जोड़ी को समर्थन मिला, जबकि भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे भू-राजनीतिक तनाव ने निवेशकों की कारोबारी धारणा को प्रभावित किया, जिससे रुपये पर दबाव रहा.

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