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छत्तीसगढ़ के 9 जिलों में फिर बना सिस्टम, बारिश का येलो व ओरेंज अलर्ट जारी

छत्तीसगढ़ में सप्ताहभर से तेज गर्मी के बाद अब मौसम का मिजाज फिर बदलने लगा है। प्री-मॉनसून गतिविधियों ने रफ्तार पकड़ ली है और राज्य में एक बार फिर झमाझम बारिश के आसार बन रहे हैं। मौसम विभाग ने प्रदेश के 27 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। यहां गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की घटना हो सकती है। अचानक तेज हवा भी चल सकती है। मध्य छत्तीसगढ़ रायपुर, भिलाई-दुर्ग, राजनांदगांव, बालोद, बेमेतरा जिले में भीषण गर्मी तो नहीं है, लेकिन उमस ने बुरी तरह परेशान कर दिया है। सप्ताह के पहले दिन सोमवार को बिलासपुर पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा गर्म जिला रहा। यहां 41.7 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया, जबकि सबसे कम 24.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दुर्ग में दर्ज किया गया। पिछले 24 घंटे के दौरान बस्तर, दंतेवाड़ा और दुर्ग जिले में हल्की से मध्यम बारिश हुई है। प्रदेश में 11 जून से दोबारा बारिश की गतिविधियों में वृद्धि होने की संभावना है।

रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र ने मंगलवार को प्रदेश के सुकमा, बीजापुर, दक्षिण बस्तर दंतेवाडा, बस्तर, नारायणपुर, कोंडागांव, उत्तर बस्तर कांकेर, धमतरी, बालोद, राजनांदगांव, गरियाबंद, महासमुंद, रायपुर, बलौदाबाजार, जांजगीर-चांपा, रायगढ़, बिलासपुर, कोरबा, जशपुर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, दुर्ग, बेमेतरा, कबीरधाम, मुंगेली, सुरगुजा, सूरजपुर, कोरिया जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में बादल गरजने और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है। हवा की रफ्तार 30 से 40 किमी प्रति घंटे हो सकती है। मौसम विभाग ने यह अलर्ट आगामी तीन घंटों के लिए जारी किया है।

बुधवार को इन 9 जिलों में बारिश की संभावना

मौसम विभाग ने 11 जून बुधवार के लिए प्रदेश के कांकेर, धमतरी, गरियाबंद, नारायणपुर और कोंडागांव जिलों के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी करते हुए यहां पर गरज-चमक के साथ बिजली गिरने और 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना जताई है। इसके अलावा दक्षिणी छत्तीसगढ़ के बीजापुर, दंतेवाड़ा, बस्तर और सुकमा जिलों के लिए बारिश का ओरेंज अलर्ट जारी करते हुए गरज चमक के साथ बिजली गिरने और जोरदार बारिश की संभावना जताई है।

इस सिस्टम की वजह से हो रही बारिश

रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक मॉनसून की उत्तरी सीमा मुंबई, अहिल्यानगर, आदिलाबाद, भवानीपटना, पुरी, सैंडहेड द्वीप, बालुरघाट से होकर गुजर रही है। उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उसके आसपास के इलाकों पर चक्रवाती परिसंचरण से मध्य प्रदेश और विदर्भ होते हुए तेलंगाना तक औसत समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर एक द्रोणिका बनी हुई है। उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी और उससे सटे उत्तरी तटीय ओडिशा और दक्षिण गंगीय पश्चिम बंगाल पर औसत समुद्र तल से 1.5 और 5.8 किमी ऊपर ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। इसके प्रभाव से प्रदेश कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। राजधानी रायपुर में भी आकाश पर बादल छाए हुए हैं। गर्मी के साथ उमस ने हलाकान कर दिया है। रायपुर में अधिकतम तापमान 41°C और न्यूनतन तापमान 29°C के आसपास रहने की संभावना है।

खेती-किसानी के काम में आई तेजी

बता दें कि मई महीने के आखिरी सप्ताह में अच्छी बारिश हुई। नवतपा में भी भीषण गर्मी का अहसास नहीं हुआ। लगातार बारिश होने की वजह से अधिकतम तापमान 35 डिग्री से भी नीचे चले गया था। जून महीने के पहले सप्ताह में कुछ दिनों के लिए बारिश का दौर थम गया। मौसम तंत्र में आए बदलाव से तापमान में औसतन 7 से 8 डिग्री तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। सप्ताहभर से मॉनसून बस्तर संभाग के नारायणपुर और कोंडागांव तक पहुंचने के बाद ठहर गया था। अब इसके आगे बढ़ने की अनुकूल परिस्थितयां बन रही है। बारिश का दौर फिर शुरू होने से खेती-किसानी का काम भी तेजी से शुरू होने लगा है। खेतों की जोताई काम शुरू हो गया है।

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