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‘8 डॉलर में ब्लू टिक’ से ट्विटर को हुआ नुकासन, एलन मस्क ने लगाया रोक

टेक डेस्क। माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर पर कथित ‘राजा और प्रजा’ वाला सिस्टम खत्म करने और बराबरी लाने के लिए ट्विटर के नए मालिक एलन मस्क ने वैश्विक स्तर पर ‘8 डॉलर में ब्लू टिक’ योजना को रोल आउट करने की घोषणा की थी लेकिन उसे 4 देशों में रोल आउट करने के बाद फिलहाल रोक दिया गया है. आखिर इस बीच ऐसा क्या हुआ कि ट्विटर को अपनी यह योजना रोकनी पड़ी. जानते हैं इस पूरे घटनाक्रम के बारे में:-

1 नवबंर को की गई योजना की घोषणा

ट्विटर ब्लू का ऐलान करते वक्त ट्विटर के मालिक एलन मस्क ने दावा किया था इससे ‘राजा-प्रजा’ सिस्टम खत्म होगा और सिर्फ 8 डॉलर प्रति माह देकर कोई भी व्यक्ति ब्लू टिक पा सकेगा, सभी यूज़र्स बिना किसी भेदभाव के समान रहेंगे. 1 नवंबर को घोषणा की गई और 8 नवंबर को अमेरिका के मध्यावधि चुनाव के बाद अमेरिका, कनाडा, न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में इसे लॉन्च कर दिया गया.

72 घंटे के भीरत ही कई फेक अकाउंट्स को मिले ब्लू टिक

सिर्फ 4 देशो में लांच के साथ ही 8 डॉलर वाले ब्लू टिक योजना का फायदा उठा ट्विटर पर ब्लू टिक वाले कई फेक अकाउंट्स बन गए. जीसस क्राइस्ट से लेकर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्लू बुश के ब्लू टिक वाले फेक अकाउंटने उल्टे सीधे ट्वीट करना शुरू कर दिए.

मामला यही नहीं रुका और इंसुलिन बनाने वाली कंपनी Lilly Pad का 8 डॉलर में ब्लू टिक वाला फेक अकाउंट बना कर दावा किया गया कि कंपनी अब से इन्सुलिन मुफ्त में बेचेगी. आलम यह हुआ कि कंपनी के शेयर धराशायी हो गए और कंपनी को 1 लाख 20 हज़ार करोड़ रुपयों का नुकसान उठाना पड़ा. जिसके बाद कंपनी के  ट्विटर अकाउंटने ट्वीट कर सफाई दी कि मुफ्त इन्सुलिन का दावा करने वाला अकाउंटफर्जी है.

बात सिर्फ एक कंपनी के फर्जी ब्लू टिक अकाउंट तक नही रुकी,  फाइटर एयरक्राफ्ट बनाने वाली कंपनी लॉकहीड मार्टिन के भी फेक ब्लू टिक वाले अकाउंटसे ट्वीट किया गया कि वो अमेरिका, इजराइल और सऊदी अरब को हथियार नही देगी, जब तक इन देशों के खिलाफ चल रही उसकी मानवाधिकार उल्लंघन की जांच खत्म नही हो जाती. इस एक ट्वीट से अमेरिकी शेयर मार्केट में लॉकहीड मार्टिन के भी शेयर भरभरा कर नीचे गिर गए.

टेस्ला भी बनी फेक ब्लू टिक एकाउंट्स का शिकार

8 डॉलर वाले फेक ब्लू टिक एकाउंट्स का शिकार खुद एलन मस्क की कंपनी टेस्ला भी बनी. टेस्ला के फ़र्ज़ी ब्लू टिक अकाउंटसे ट्वीट किया गया कि टेस्ला की दूसरी कर वर्ल्ड ट्रेड सेंटर से टकरा गई है. टेस्ला के फ़र्ज़ी ब्लू टिक अकाउंटसे एक और ट्वीट किया गया कि टेस्ला अभी 10 हज़ार गाड़िया यूक्रेनी सेना को देगी क्योंकि उसकी गाड़िया बाजार में सबसे एडवांस ‘Explosive Device’ हैं.

आखिरकार ब्लू टिक योजना पर लगी रोक

72 घण्टों में  फर्जी ब्लू टिक वाले एकाउंटस ने ट्विटर पर जो कोहराम मचाया उसके बाद आखिरकार ट्विटर ने 8 डॉलर में ब्लू टिक वाली योजना को रोक दिया है लेकिन यह विडंबना ही है कि इस 8 डॉलर में ब्लू टिक वाली योजना के समर्थन में एलन मस्क ने कहा था कि इससे फेक एकाउंट्स पर लगाम लगेगी. ट्विटर डील को खत्म करने के समय भी एलन मस्क ने ट्विटर पर मौजूद फेक एकाउंट्स की समस्या को बड़ा मुद्दा बताया था.

हालांकि ट्विटर पर ब्लू टिक की शुरुआत ही साल 2009 में सेलेब्रिटीज और कंपनियों के असली और नकली अकाउंटको अलग करने के लिए की गई थी.

क्या कहते हैं साइबर एक्सपर्ट्स

साइबर एवं सोशल मीडिया विशेषज्ञ अमित दुबे के मुताबिक महज 8 डॉलर में सबको ब्लू टिक वाली एलन मस्क की योजना से ट्विटर का तो आर्थिक दबाव कम हो सकता है लेकिन इससे फेक एकाउंट्स की समस्या बढ़ेगी यह पहले दिन से तय था. ऐसे में एलन मस्क को कोई ठोस उपाय जल्द ही करने होंगे जिससे आर्थिक संतुलन भी बने और ट्विटर ब्लू के माध्यम से फ़र्ज़ी ट्वीट की समस्या खत्म हो. इसके लिए क्या भविष्य में सरकारी आईडी सिस्टम ट्विटर लाती है यह देखने वाली बात होगी.

साइबर कानून के विशेषज्ञ पवन दुग्गल के मुताबिक अगर ट्विटर भविष्य में ट्विटर ब्लू के लिए सरकारी आईडी सिस्टम लाती है तो यह भारत मे आईटी कानून का उल्लंघन होगा. ऐसे में फिलहाल नए एक्सपेरिमेंट की जगह ट्विटर को जरूरत है पुराने ढांचों को दुरुस्त करने की.

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