अनिश्चितकाल के लिए बंद हुए खाटूश्यामजी के कपाट, जानें क्या है वजह
खाटू श्याम बाबा के भक्तों के लिए बड़ी खबर है. यदि आप बाबा के दर्शन के लिए राजस्थान के सीकर जिले में खाटूश्यामजी जाने की योजना बना रहे हैं, तो आपको इंतजार करना होगा. मंदिर कमेटी और प्रशासन ने बैठक के बाद मंदिर के कपाट अनिश्चित काल के लिए बंद करने का निर्णय लिया है. 13 नवंबर को रात्रि 10 बजे मंदिर कमेटी ने विज्ञप्ति जारी कर, श्रद्धालुओं को सूचित किया कि, मंदिर के कपाट अगले आदेश तक बंद रहेंगे.
मंदिर कमेटी द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि, सभी श्याम भक्तों को सूचित किया जाता है कि, भक्तों के लिए सुलभ एवं सुगम दर्शन व्यवस्था कराने हेतु दिनांक 13 नवंबर 2022 को रात्रि 10 बजे से श्री श्याम मंदिर खाटूश्यामजी को आगामी आदेशों तक आम दर्शनार्थ के लिए पूर्ण रूप से बंद किया जा रहा है. अत: सभी श्याम भक्तों से निवेदन है कि, आगामी आदेशों के बाद ही श्री श्याम बाबा के दर्शन के लिए पधारें.
बाबा श्याम के फाल्गुन मेले से पहले जिला कलेक्टर अमित यादव खाटूश्यामजी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मेला मजिस्ट्रेट कार्यालय में संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की थी. उन्होंने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए कि श्याम मंदिर समिति द्वारा रिंगस से खाटूश्यामजी तक बायीं ओर पैदल चलने वालों के लिए 5 मीटर चौड़ा फुटपाथ बनाया जाए. इसमें लाइटिंग सिस्टम भी होगा. मंडा मार्ग को चौड़ा करने के कार्य के साथ ही मेले से पूर्व सड़कों की मरम्मत का कार्य शीघ्र शुरू कराने के निर्देश दिये गये.
मंदिर कमेटी ने बंद होने का कोई साफ कारण नहीं बताया है. बीते दिनों मंदिर में भगदड़ और तीन महिलाओं की मौत और कस्बे में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखकर प्रशासन ने इस फैसले को लिया है. सूत्रों की मानें तो निकासी द्वार को सुगम बनाया जाएगा तथा मंदिर का विस्तार किया जाएगा. मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश और निकासी द्वार की संख्या बढ़ाई जाएगी. साथ ही लखदातार ग्राउंड में स्थायी रूप से जिगजैग बनाए जाएंगे, जिससे कि जब भी भीड़ बढ़े श्रद्धालुओं को लखदातार ग्राउंड से यहां भेजा जाए. जिससे मुख्य मंदिर में ज्यादा भीड़ ना हो पाए. इसके अलावा फतेहाबाद धर्मशाला के सामने रास्ते पर कृष्णा सर्किट योजना के अंतर्ग, कमरों की संख्या, शौचालय और आवास बनाए जाएंगे.
साथ ही खाटूश्यामजी में साफ-सफाई, अतिक्रमण हटाने, धर्मांतरण पर रोक लगाने और अतिक्रमण न हटाने पर नगर पालिका को उचित कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं. 15 नवंबर से दर्शन मार्ग की सफाई के लिए 25 स्वीपर और एक ट्रैक्टर लगाया जाए. उन्होंने मंदिर समिति को 31 दिसंबर तक 75 फीट ज़िगज़ैग का काम पूरा करने और लखदातार मैदान में स्थायी ज़िगज़ैग और टिन शेड से ढकने के निर्देश दिए. बैठक में पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप भी मौजूद थे
कब कर सकेंगे बाबा के दर्शन
पिछले कई दिनों से मंदिर व प्रशासन के बीच बैठक चल रही थी. प्रशासन काफी पहले से मंदिर कमेटी से इस पर विचार करने के लिए कह रहा था, लेकिन मंदिर कमेटी ने बाबा के जन्मदिन के बाद इसे अमल में लाने का फैसला लिया ताकि श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर सकें. उम्मीद है कि फाल्गुन मास के बाद मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे.