भावना गवली ने नहीं खोले पत्ते

यवतमाल. लोकसभा आम चुनाव की लड़ाई के आगाज से ही यहा की सांसद भावना गवली की भूमिका पर सभी की निगाहें हैं.

हालांकि उन्होंने फिलहाल चुप्पी साध रखी है और अपने पत्ते नहीं खोले हैं. अपने उम्मीदवारी खारिज होने से वे निराश जरूर हुईं किंतु अपने समर्थकों के गुस्से को शांत कर दिया है.

लेकिन राजनीतिक विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले समय में उनकी वाशिम-यवतमाल भूमिका निर्वाचन क्षेत्र के राजनीतिक माहौल को लोकसभा क्षेत्र में गर्म कर देगी.

पहले वाशिम के नाम से पहचाना रोचक होगी लड़ाई जाने वाला क्षेत्र परिसीमन के बाद यवतमाल वाशिम हो गया. यहां की वर्तमान सांसद भावना गवली ने इस सीट से पांच बार जीत दर्ज की थी.

सांसद भावना गवली का वोट मार्जिन हर चुनाव में बढ़ता रहा. राज्य में शिवसेना में फूट के बाद एकनाथ शिंदे के साथ जाने वाली सांसद भावना गवली राज्य की पहली सांसद थीं.