
रायपुर. झारखंड में 100 करोड़ रुपए से अधिक के शराब घोटाला में आबकारी विभाग के तत्कालीन विशेष सचिव अरुणपति त्रिपाठी से पूछताछ होगी। इसके लिए झारखंड एसीबी ने रांची के विशेष न्यायाधीश की अदालत में आवेदन लगाया है। साथ ही ट्रांजिट रिमांड की अनुमति मांगी है। इस पर 7 जुलाई को सुनवाई होगी। हालांकि छत्तीसगढ़ में हुए 2161 करोड़ के शराब घोटाले में एपी त्रिपाठी को एसीबी ने 12 अप्रैल 2024 को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
इस समय वह सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद रायपुर के विचारण कोर्ट में सुनवाई के दौरान अपनी उपस्थिति दर्ज कराते है। बता दें कि झारखंड के उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के पूर्व प्रधान सचिव विनय कुमार चौबे के कार्यकाल में मई 2022 में नई उत्पाद नीति लागू हुई थी। इसे तैयारी करने में एपी त्रिपाठी मुख्य भूमिका बताई जाती है।
करोड़ों का कमीशन
झारखंड एसीबी टीम के अधिकारियों का कहना है कि त्रिपाठी द्वारा करीबी शराब कारोबारी सिद्धार्थ सिंघानिया को झारखंड की उत्पाद नीति में प्रवेश कराया। इसके बदले में सिद्धार्थ सिंघानिया ने त्रिपाठी के साथ-साथ झारखंड के तत्कालीन उत्पाद सचिव विनय चौबे को भी करोड़ों का कमीशन दिया। उक्त सिंडीकेट के इशारे पर छत्तीसगढ़ की प्लेसमेंट एजेंसियों में मैनपावर आपूर्ति का काम मिला था।