कोरोना से ज्यादा डराते हैं मलेरिया,टीबी जैसे रोग
कोरोना ने पूरी दुनिया में कोहराम मचाया. इसके बावजूद एक शोध में पता चला है कि भारत समेत दुनिया के सात देशों के लोग इसे गंभीर रोग नहीं मानते हैं.
लोग कोरोना से ज्यादा मलेरिया, टीबी, फेफड़ों का कैंसर, धूम्रपान, शराब, ड्रग्स की लत, एचआईवी-एड्स, वायु प्रदूषण से होने वाली बीमारी और गंदे पानी से डायरिया को गंभीर रोग मानते हैं. स्वीडन के यूनिवर्सिटी ऑफ गोथेनबर्ग के ‘सेवन एनवार्यमेंट फॉर डेवलपमेंट सेंटर’ के वैज्ञानिकों ने भारत, कोलंबिया, केन्या, नाइजीरिया, दक्षिण अफ्रीका, तंजानिया और वियतनाम के दस हजार लोगों पर सर्वे के बाद ये दावा किया है.
सर्वे में शामिल अधिकतर लोगों ने कहा कि वे कोरोना से ज्यादा सांस से जुड़ी दूसरी बीमारियों को अधिक गंभीर मानते हैं, क्योंकि वे इससे लगातार जूझते आ रहे हैं. शोध कम्युनिकेशन्स मेडिसिन में प्रकाशित हुआ है. शोधकर्ता डेल विंग्टन का कहना है कि स्वास्थ्य सेवाओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है क्योंकि लोग सेहत के प्रति गंभीर है. देश व जनसंख्या के आधार पर रोग की गंभीरता की श्रेणी अलग-अलग है.