बिहार के सुपौल में शुक्रवार (22 मार्च) की सुबह एक पुल का गार्डर (स्लैब) गिर गया. घटना सुबह के करीब सात बजे की बताई जा रही है. एक मजदूर की मौत की पुष्टि की गई है. इस हादसे में कई मजदूर दबने से घायल हुए हैं. इसकी संख्या अभी साफ नहीं हुई है. इस घटना के दौरान आसपास के लोग मौके पर जुट गए. 152, 153 एवं 154 के बीच के पिलर का गार्डर गिरा है. 1200 करोड़ की लागत से पुल को बनाया जा रहा है.
भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बन रहा पुल
बताया जा रहा है कि सुपौल के बकोर में यह पुल बन रहा है. पुल का गार्डर गिरने के बाद कंपनी के सभी लोग फरार हो गए. जानकारी के अनुसार इस पुल का काम ट्रांस रेल कंपनी कर रही है. 10.5 किलोमीटर का पुल है जिसे भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बनाया जा रहा है. सुपौल के बकोर से मधुबनी के भेजा तक पुल बनना है.
इस घटना के बाद तुरंत राहत बचाव का कार्य शुरू हो गया. घटना के बाद वरीय अधिकारी भी पहुंचे. खबर लिखे जाने तक इस पूरे मामले में सुपौल के एसपी ने बताया कि घटना में छह लोग घायल हुए हैं. उन्हें इलाज के लिए अस्पताल लाया गया है.
मौके पर मौजूद लोगों ने किया हंगामा
उधर घटना के बाद आसपास के जुटे लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया. मो. श्याम नाम के व्यक्ति ने कहा कि पुल का जो निर्माण हो रहा है उसकी गुणवत्ता ठीक नहीं है. मजदूरों को सेफ्टी के नाम पर कुछ नहीं दिया जाता है. स्थानीय लोगों के अनुसार पुल के गार्डर के नीचे 30 के आसपास मजदूर दबे हो सकते हैं. कई लोगों को निकालकर मोटरसाइकिल से ही सुपौल इलाज के लिए पहुंचाया गया. लोगों ने पुल निर्माण कंपनी पर भी गंभीर आरोप लगाया. कहा कि घटना के बाद कंपनी का कोई अधिकारी नहीं आया. यहां तक कि कोई छोटा स्टाफ भी नहीं आया है.
वहीं मौके पर मौजूद मुखिया सुरेंद्र यादव ने कहा कि हम लोग कंपनी को बार-बार शिकायत करते थे. उल्टा हम लोगों को धमकी दी जाती थी कि जेल भिजवा देंगे. आप लोग रंगदारी मांगने के लिए आते हैं. सुरेंद्र यादव ने कहा कि मजदूरों की संख्या 40 से 50 भी हो सकती है.
एसीएस प्रत्यय अमृत ने बताया कि एक मजदूर की मौत हुई है. 10 लाख रुपये का मुआवजा देने के लिए कहा गया है. डीएम और एसपी को कहा गया है तत्काल इसे देखें. घायलों का इलाज चल रहा है.