गांव बढ़ायला में कुत्ते के काटने के 25 दिन बाद चार साल के बच्चे की मौत हो गई. इसकी जानकारी मिलते ही भोजपुर पीएचसी की टीम ने मंगलवार को गांव बढ़ायला जाकर जानकारी जुटाई. हादसे के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. स्वास्थ्य विभाग ने पूरे मामले में जांच की बात कही है.
गांव बढ़ायला निवासी शिव कुमार पत्नी डोली, चार वर्षीय पुत्र नित्यांश और डेढ़ साल के वासू के साथ रहते हैं. 25 जून को उनका पुत्र नित्यांश घर के बाहर खेल रहा था. खेलते समय बच्चे को लावारिस कुत्ते ने काटकर घायल कर दिया. चीख सुनकर मौके पर पहुंचे परिजनों ने किसी तरह कुत्ते को भगाया. कुत्ते के काटने से बच्चे को कई स्थानों पर घाव बन गए थे.
परिजनों ने बच्चे को मोदीनगर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया और रेबीज का इंजेक्शन लगवा दिया. दो जुलाई को गांव भोजपुर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में रेबीज की दूसरी डोज और छह जुलाई को तीसरी डोज लगवाई गई. इसके बाद बच्चे की हालात सामान्य हो गई.
हालत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया : पिता शिवकुमार ने बताया कि 19 जुलाई की सुबह नित्यांश की हालत अचानक बिगड़ गई और उसे मुंह से लार आनी शुरू हो गई. इसके बाद बच्चे को मोदीनगर के निजी अस्पताल मे भर्ती कराया, लेकिन हालत बिगड़ने पर उसे मेरठ के सुभारती अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. सुभारती से भी उसे मेरठ मेडिकल भेज दिया गया. मेरठ मेडिकल के डॉक्टरों ने बच्चे की हालत गंभीर देखकर उसे दिल्ली के एम्स अस्पताल भेज दिया. एम्स में बच्चे को भर्ती नहीं किया गया.
पिता ने बताया कि एम्स में भर्ती नहीं लेने के बाद परिजन उसे दिल्ली के एक निजी अस्पताल ले गए. उसी दिन देर रात बच्चे की मौत हो गई. 20 जुलाई को परिजनों ने बिना किसी को सूचना दिए शव का अंतिम संस्कार कर दिया.
दूसरी ओर, इस घटना के बाद से ग्रामीणों में आक्रोश है. उनका कहना है कि लावारिस कुत्ते को लेकर प्रशासन कोई कदम नहीं उठा रहा है.
बच्चे की मौत की जांच कराई जा रही है. पता लगाया जा रहा है कि कुत्ते ने किस-किस को गांव में काटा है और उनकी हालत कैसी है. रेबीज से मौत की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता, लेकिन पुष्टि के लिए दूसरे लोगों की भी समीक्षा कराई जा रही है.
-डॉ. आरके गुप्ता, नोडल अधिकारी, एंटी रेबीज वैक्सीन