रायपुर. राजधानी के एक मीडिया संस्थान को वहीं का एक कर्मी एक करोड़ से ज्यादा का चूना लगाकर गायब हो गया है. हालांकि सिविललाइंस थाने में आरोपी रौनक डे के खिलाफ दर्ज कराई गई एफआईआर में 32 लाख नकद चोरी करने का जिक्र है लेकिन जांच में और भी फर्जीवाड़ा सामने आने लगा है. Raipur News
संस्थान के प्रबंधक पप्पू फरिश्ता के मुताबिक माना निवासी रौनक डे एकाउंटेंट के पद पर था लेकिन तीन-चार सालों से वह सभी बैंक अकाउंट और क्रेडिट कार्ड भी हैंडल कर रहा था. संवाद के बिल, जीएसटी का चालान के साथ ऑनलाइन बैंकिंग सिस्टम में भी उसकी पूर्ण रूप से दखल थी. उसके अलावा किसी को यूजर आईडी, पासवर्ड मालूम नहीं था. खुलासा हुआ है कि इसी का फायदा उठाकर वह विगत 8-9 माह में जीएसटी की फीस को अपने खाते में ट्रांसफर करता रहा. Raipur News
पुलिस को बैंक अकाउंट की डिटेल और रकम की जानकारी एकत्रित करके दी जा रही है. पप्पू फरिश्ता ने बताया कि आरोपी रौनक डे बैंकिंग, पैसा लाना-ले जाना, वेतन भुगतान, इंश्योरेंस पॉलिसी, खरीदी-बिक्री जैसा पूरा कामकाज देखता था.
रिपोर्ट के मुताबिक 20 मई 2024 को वह दिल्ली गए तो कार्यालय के रेस्ट रूम में 32 लाख रख गए थे. सुरक्षा के लिए रौनक से ही ताला मंगवाया था, जिसकी उसने केवल दो चाबी ही दी थी.
तीन में से केवल दो चाबियां ही दी थी आरोपी ने
बाद में पता चला कि ताले के साथ तीन चाबियां थी. 20 मई को ही दफ्तर में बिजली बंद हुई. इसी दौरान सीसीटीवी कैमरे भी बंद करके रकम चोरी कर ली गई. 12 जुलाई को लौटने पर रकम चोरी का पता चला. तब रौनक डे को बुलाकर सभी कर्मियों के साथ पूछताछ की गई. उन्होंने दावा किया कि रौनक ने ताले की एक चाबी अपने पास रखना, कैमरा को बंद कर रेस्ट रूम से पैसा चोरी करना बताया. रकम लौटाने की बात कही लेकिन 28 जुलाई को वह मोबाइल फोन बंद करके फरार हो गया. आरोपी द्वारा चोरी व फ्रॉड करके एक करोड़ से ज्यादा रुपए दबाए गए हैं. टीआई सिविललाइंस रोहित मालेकर ने कहा कि अभी केस दर्ज है. जांच के बाद गबन और अमानत में खयानत की भी धाराएं जोड़ी जाएंगी. Raipur News