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प्रयागराज महाकुंभ 26 फरवरी तक चलेगा. इस बीच केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने गंगा-यमुना के जल को नहाने लायक नहीं माना है. इसको लेकर यूपी सरकार की किरकिरी भी हो रही है, लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश के सभी जेलों में बंद कैदियों को कुंभ स्नान कराने के लिए त्रिवेणी के पवित्र जल की व्यवस्था की है. ताकि जेल में बंद कैदी भी पवित्र जल से स्नान का लाभ उठा सकें.
छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने इस मसले पर पूछे गए सवालों के जवाब में कहा, “144 साल बाद महाकुंभ का आयोजन हुआ है. इस बड़े धार्मिक आयोजन में स्नान करने की हर किसी की इच्छा होती है. जेलों में बंद कैदी नियमानुसार वहां नहीं जा सकते. यही वजह है कि प्रदेश सरकार ने सभी कैदियों को जेल के अंदर ही ‘संगम का जल’ मुहैया कराने का फैसला लिया है.”
उन्होंने आगे कहा, “संस्कार हमारी संस्कृति से जुड़े हुए हैं. प्रयागराज महाकुंभ हमारी संस्कृति का एक बहुत बड़ा हिस्सा है. सभी को इसमें हिस्सा लेने का अवसर मिलना चाहिए.”
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने ये भी कहा कि किसी भी व्यक्ति में मन में सही गलत का भाव बोध संस्कारों के जरिए होता है. संस्कार हमारी संस्कृतियों से जुड़े हैं, इसलिए जब जेल में कैदी इन संस्कारों से जुड़ेंगे तो सही और गलत को समझने के करीब होंगे.
डिप्टी सीएम विजय शर्मा के मुताबिक जेल के कैदी 25 फरवरी को संगम के जल से स्नान करेंगे. संगम का जल अंबिकापुर, बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग, जगदलपुर व अन्य जिलों के जेलों में पहुंचाया जा चुका है. शेष जिलों में पवित्र जल पहुंचाने का काम जारी है. ताकि कैदी कुंभ स्नान का लाभ उठा सकें.
13 जनवरी 2025 को प्रयागराज महाकुंभ की शुरुआत हुई थी. अब इसका समापन 26 फरवरी 2025 को होगा. यूपी सरकार ने महाकुंभ के दौरान 40 करोड़ लोगों के स्नान का लक्ष्य रखा था. अभी तक 59 करोड़ से ज्यादा लोग कुंभ स्नान कर चुके हैं. बता दें कि कुंभ मेले का आयोजन चार पवित्र स्थानों (हरिद्वार, प्रयागराज, उज्जैन और नासिक) में होता है.