अयोध्या. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अयोध्या में दीपोत्सव को भव्य बनाने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. दीवाली की पूर्व संध्या पर 11 नवम्बर 2023 को दीपोत्सव में त्रेतायुगीन दृश्य को जीवंत करने के लिए विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ 21 लाख से ज्यादा दीयों का नया विश्व रिकार्ड बनाने का निर्णय शासन ने लिया है.
प्रदेश सरकार ने दीपोत्सव के लिए बजट का प्रावधान पहले ही कर दिया है फिर भी इस साल इस उत्सव के जरिए अयोध्या संरक्षण निधिह्ण बनाने की भी तैयारी है. इसका खुलासा प्रमुख सचिव पर्यटन व संस्कृति मुकेश मेश्राम की पहली वर्चुअल बैठक में हुआ.
नृपेन्द्र मिश्र ने दिया सुझाव इस वर्चुअल बैठक में श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के न्यासी व भवन निर्माण समिति के चेयरमैन एवं सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी नृपेंद्र मिश्र की ओर से प्रमुख सचिव पर्यटन को लिखे गए पत्र पर चर्चा की गई. उनके पत्र में अयोध्या संरक्षण निधि बनाने का विचार सुझाया गया है. पत्र में कहा गया कि अयोध्या व उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि देश और दुनिया भर के श्रद्धालुओं को दीपोत्सव से जोड़ने के लिए मोबाइल एप लांच करने के साथ उन्हें प्रमाण पत्र देने के अलावा प्रसाद भेजने के लिए आनलाइन गेट- वे पेमेंट लिया जाए. इस पेमेंट की न्यूनतम राशि 11 रुपये भी निर्धारित करने का भी सुझाव दिया गया.
प्रसाद भेजने की व्यवस्था होगी
यह भी जानकारी मिली कि आनलाइन गेट- वे पेमेंट करने वाले श्रद्धालुओं को दीपोत्सव के जले दीये एवं प्रसाद भेजने की व्यवस्था शासन की ओर से चयनित एजेंसी करेगी. बताया गया कि इस एजेंसी के चयन के लिए टेण्डर निकाला जाएगा और उसी के माध्यम से एजेंसी का निर्धारण होगा.
21 लाख से अधिक दीयों के जलने का रिकॉर्ड
प्रमुख सचिव पर्यटन व संस्कृति की इस बैठक में बताया कि सातवें दीपोत्सव में इस बार 21 लाख से अधिक दीयों को जलाने का विश्व कीर्तिमान बनाया जाएगा. राम की पैड़ी के अलावा प्रमुख मंदिरों व पौराणिक कुंडों पर भी दिये जलाए जाएंगे.
अभिनेत्री और सांसद हेमा मालिनी प्रस्तुत करेंगी नृत्य
बैठक में यह जानकारी भी साझा की गई कि बालीवुड की प्रसिद्ध अभिनेत्री एवं मथुरा से भाजपा की सांसद हेमा मालिनी भी यहां भरत नाट्यम नृत्य की प्रस्तुति के लिए लालायित हैं और उन्होंने स्वयं कार्यक्रम प्रस्तुति की इच्छा व्यक्त की है.