कोरबा. वनांचल क्षेत्र में उप और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तो खोले गए हैं, लेकिन आज भी झोलाछाप डॉक्टर पर ग्रामीणों का भरोसा कम नहीं हुआ है. जिसका फायदा उठाते हुए झोला छाप डॉक्टर लोगों की जान से खिलवाड़ करने से नही चुकते. ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें घुम घुम कर इलाज करने वाली कथित महिला चिकित्सक ने गर्भवती महिला को इंजेक्शन लगा दी. जिससे न सिर्फ कोख में पल रहे शिशु की मौत हो गई, बल्कि महिला की हालत भी गंभीर हैं. उसे इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल दाखिल कराया गया है.
दरअसल लेमरू थानांतर्गत ग्राम कांटाद्वारी में राम नामक युवक निवास करता है. उसकी पत्नी संगीता सात माह के गर्भ में थी. उसकी तबीयत तीन दिन पहले अचानक बिगड़ गई. परिजनों ने उसे अस्पताल ले जाने के बजाय घुम घुमकर इलाज करने वाली एक महिला को ले आए. कथित महिला डॉक्टर ने गर्भवती होने की जानकारी के बावजूद न तो अस्पताल ले जाने की सलाह देना मुनासिब समझा और न ही इलाज से परहेज की. उसने गर्भवती महिला को इंजेक्शन लगा दिया. इंजेक्शन लगने के बाद संगीता की हालत बिगड़ने लगी. दूसरे दिन परिजनों ने 102 महतारी एक्सप्रेस में संगीता को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेमरू ले आया, जहां डॉक्टर ने परीक्षण उपरांत महिला की हालत ठीक नही होने पर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया. जहां परीक्षण के दौरान गर्भस्थ शिशु के मौत की जानकारी लगी. वहीं इंजेक्शन के कारण पेट के नीचले हिस्से में इंफेक्शन होने की बात सामने आई. बहरहाल महिला का उपचार अस्पताल में जारी है.