Microsoft outage के कारण एक बार फिर दुनियाभर में उथल-पुथल मच सकती है. खुद माइक्रोसॉफ्ट ने इस बारे में चेतावनी दी है. बता दें कि पिछले दिनों हुए माइक्रोसॉफ्ट आउटेज के कारण दुनियाभर में हाहाकार मच गया था. करोड़ों लैपटॉप्स ने काम करना बंद कर दिया था, जिससे एयरपोर्ट, सर्विस प्रोवाइडर्स, टेलीकॉम इंडस्ट्री, मीडिया इंडस्ट्री और शेयर बाजार समेत दुनियाभर के व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित हुए थे. हालात ये बन गए थे कि एयरपोर्ट पर यात्रियों को हाथ से लिखकर बोर्डिंग पास देना पड़ गया था. अब माइक्रोसॉफ्ट ने कहा है कि क्राउडस्ट्राइक जैसे आउटेज भविष्य में फिर से हो सकते हैं और कंपनी उन्हें फिर से होने से नहीं रोक सकती.
माइक्रोसॉफ्ट ने बताया कारण
इसका कारण के बारे में बात करते हुए, कंपनी ने यह भी कहा कि यूरोपीय आयोग का नियम जो थर्ड पार्टी के वेंडर्स को ओएस तक फुल कर्नेल एक्सेस प्राप्त करने की अनुमति देता है, इसका संभावित कारण है. जैसा कि WSJ ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि, कानूनी जनादेश का मतलब है कि क्राउडस्ट्राइक जैसी कंपनियों के पास उसी स्तर पर सॉफ्टवेयर तक एक्सेस होगा, जिस स्तर पर Microsoft इंजीनियरों के पास है.
इस बीच, दुनियाभर के विशेषज्ञों ने इस महत्वपूर्ण प्रभाव के बारे में चिंता जताई है, जिसकी कीमत 1 बिलियन डॉलर तक हो सकती है, क्योंकि इस आउटेज ने दुनियाभर में करीब 8.5 मिलियन (85 लाख) विंडोज पीसी को प्रभावित किया था. दूसरी ओर, क्राउडस्ट्राइक ने संकेत दिया कि कोई सिक्योरिटी इश्यू या साइबर अटैक नहीं था.
हालांकि, माइक्रोसॉफ्ट आउटेज से ऐप्पल डिवाइस प्रभावित नहीं हुए, क्योंकि वे थर्ड पार्टी की कंपनियों को ऐसा एक्सेस प्रदान नहीं करते, इसलिए अब यह माइक्रोसॉफ्ट पर निर्भर है कि वह इस तरह के हमलों से कैसे बचें.
सावधान: हैकर्स क्राउडस्ट्राइक कर्मचारी होने का दिखावा कर रहे हैं
क्राउडस्ट्राइक ने उन वेबसाइट्स की एक लिस्ट भी जारी की है जो अगले कुछ दिनों तक प्रभावित पीसी यूजर्स और ग्राहकों से संपर्क करने के लिए कंपनी के नाम का उपयोग कर सकती हैं. ये हैकर्स आपके विंडोज पीसी की ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ समस्या से निपटने में आपकी मदद करने का दावा करेंगे और सिस्टम को सही तरीके से चलाने के लिए जरूरी समाधान भी देंगे.
बार-बार रीस्टार्ट होने लगे थे कम्प्यूटर्स
माइक्रोसॉफ्ट आउटेज के कारण, विंडोज पर चलने वाले दुनियाभर में सैंकड़ों लैपटॉप और कम्प्यूटर्स में ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ (BSOD) एरर दिखाई देने लगा था और इसी कारण सिस्टम अचानक बंद हो गए थे और बार-बार रीस्टार्ट होने लगे थे. क्राउडस्ट्राइक ‘फाल्कन सेंसर’ अपडेट के कारण हुए माइक्रोसॉफ्ट आउटटेज ने दुनियाभर में एयरलाइन्स, बैंक्स, शेयर बाजार और अन्य व्यवसायों को बुरी तरह से प्रभावित किया. कई संस्थानों में काम घंटों ठप रहा.