पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोन सिंह की अंतिम यात्रा शुरू हो गई है. कांग्रेस मुख्यालय से उनका पार्थिव शरीर निगम बोध घाट ले जाया जा रहा है. उनकी अंतिम यात्रा में भारी भीड़ है. गुरुवार रात दिल्ली के AIIMS में उनका निधन हो गया था. 10 सालों तक देश के प्रधानमंत्री रहे डॉ. मनमोहन सिंह 92 साल के थे. शुक्रवार तड़के ही उनका शव 3 मोतीलाल नेहरू मार्ग स्थित आवास पर लाया गया. शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी, राहुल गांधी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और अन्य नेताओं और सगे-संबंधियों ने उनको श्रद्धांजलि दी. मनमोहन सिंह को कांग्रेस मुख्यालय में भी श्रद्धांजलि दी गई.
सीडीएस और तीनों सेनाओं के चीफ निगमबोध घाट में मौजूद रहेंगे. डॉ. मनमोहन सिंह को गन कैरेज से निगमबोध घाट ले जाया जा रहा है. अनुमान है कि वहां पहुंचने में एक घंटे का वक्त लग जाएगा.
सिंगापुर में भारतीय उच्चायोग यूं देगा श्रद्धांजलि
सिंगापुर में स्थित भारतीय उच्चायोग पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए एक शोक पुस्तिका उपलब्ध कराएगा. उच्चायोग ने बताया कि शोक पुस्तिका 30 और 31 दिसंबर को सुबह साढ़े 10 बजे से दोपहर साढ़े 12 बजे तक तथा दोपहर ढाई बजे से शाम चार बजे तक हस्ताक्षर के लिए उपलब्ध रहेगी.
दूर-दूर से पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ता
कार्यक्रम के अनुसार, कांग्रेस मुख्यालय ‘24 अकबर रोड’ से ही कुछ देर बाद उनकी अंतिम यात्रा शुरू होगी और निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा. कांग्रेस ने निगमबोध पर अंत्येष्टि के सरकार के फैसले पर सवाल खड़े करते हुए शुक्रवार को कहा था कि सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर होना चाहिए जहां उनका स्मारक भी बन सके. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया था कि सिंह की अंत्येष्टि और स्मारक के लिए स्थान नहीं ढूंढ पाना भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री का जानबूझकर किया गया अपमान है. इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार रात कहा था कि सरकार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए स्थान आवंटित करेगी. भारत में आर्थिक सुधारों के जनक कहे जाने वाले पूर्व वित्त मंत्री और दो बार प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह का बृहस्पतिवार को निधन हो गया था. वह 92 साल के थे. सिंह का पार्थिव शरीर शुक्रवार को उनके आवास ‘3 मोतीलाल नेहरू मार्ग’ पर लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था, जहां दलगत भावना से ऊपर उठकर नेताओं ने दिवंगत नेता को अंतिम श्रद्धांजलि दी.