पाकिस्तान में मनमोहन सिंह के गांव में शोक की लहर
मनमोहन सिंह के गांव के लोगों ने उनके निधन पर शोकसभा आयोजित की. मनमोहन सिंह यह गांव अब पाकिस्तान के पंजाब में है. यहां मनमोहन सिंह का जन्म हुआ था. जिस स्कूल में मनमोहन सिंह पढ़े स्कूल के शिक्षक अल्ताफ हुसैन ने बताया कि पूरा गांव शोक में है.
हमें लगता है कि हमारे परिवार का कोई सदस्य आज गुजर गया है. गांव के लोगों ने इच्छा जताई कि उनके परिवार का सदस्य यहां घूमने आए.
गांव के दोस्त मोहना कहकर बुलाते थे : गाह गांव के अल्ताफ हुसैन उसी स्कूल में शिक्षक हैं, जहां मनमोहन सिंह ने चौथी कक्षा तक पढ़ाई की थी. उनके पिता गुरमुख सिंह कपड़ा व्यापारी थे और उनकी मां अमृत कौर गृहिणी थीं. उनके दोस्त उन्हें मोहना कहकर बुलाते थे. यह गांव राजधानी इस्लामाबाद से करीब 100 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थित है और सिंह के जन्म के समय यह झेलम जिले का हिस्सा था. लेकिन 1986 में जब इसे जिला बनाया गया, तो इसे चकवाल में शामिल कर लिया गया.
प्रधानमंत्री बनने पर गर्व करते हैं ग्रामवासी
2004 में जब वे प्रधानमंत्री बने थे, तब उनके साथ रहने वाले कुछ सहपाठी अब मर चुके हैं. लेकिन उनके परिवार अभी भी गाह में रहते हैं और पुराने संबंधों को संजोए हुए हैं. आशिक अली ने कहा, हम अभी भी उन दिनों की यादों से अभिभूत हैं, जब गांव में हर कोई इस बात पर गर्व महसूस करता था कि हमारे गांव का एक लड़का भारत का प्रधानमंत्री बन गया है. गांव में सबसे प्रतिष्ठित स्थान शायद वह स्कूल है, जहां सिंह ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की थी.