
हरियाणा और गोवा में नए राज्यपालों की नियुक्ति की गई है। इसके अलावा लद्दाख में भी फेरबदल किया गया है। यहां अब कविंद्र गुप्ता उपराज्यपाल होंगे, जबकि अब तक एलजी रहे ब्रिगेडियर बीडी मिश्रा का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है। हरियाणा में अब प्रोफेसर असीम कुमार घोष राज्यपाल होंगे। यही नहीं गोवा में गजपति राजू को राज्यपाल बनाकर भेजा गया है। राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से इनकी नियुक्ति की जानकारी दी है। यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू होगी। राष्ट्रपति के प्रेस सचिव अजय कुमार सिंह की ओर से इस संबंध में अधिसूचना जारी की गई है।
कविंद्र गुप्ता जम्मू-कश्मीर भाजपा के बड़े नेता रहे हैं और उप-मुख्यमंत्री के तौर पर भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। अब उन्हें उप-राज्यपाल बनाकर सक्रिय राजनीति से दूर किया गया है, लेकिन लद्दाख ही भेजा गया है। इसकी वजह यह है कि जम्मू-कश्मीर का ही लद्दाख 2019 से पहले हिस्सा हुआ करता था। कविंद्र गुप्ता को लद्दाख की राजनीति, संस्कृति और अन्य चीजों के बारे में अच्छी जानकारी है। ऐसे में उन्हें लद्दाख में एलजी पद के लिए उपयुक्त व्यक्ति माना जा रहा है। कविंद्र गुप्ता दशकों से भाजपा के समर्पित नेता रहे हैं।
हरियाणा में अब तक बंडारू दत्तात्रेय थे राज्यपाल, आज आखिरी दिन
अब तक हरियाणा में बंडारू दत्तात्रेय राज्यपाल थे और अब उनकी जगह प्रोफेसर असीम कुमार घोष लेंगे। बंडारू दत्तात्रेय 2021 से ही हरियाणा के राज्यपाल थे। अभी यह जानकारी नहीं मिली है कि बंडारू दत्तात्रेय को अब क्या जिम्मेदारी मिलेगी। गजपति राजू तेलुगु देशम पार्टी के नेता रहे हैं और अब गोवा में राज्यपाल के तौर पर काम देखेंगे। ऐसा पहली बार है, जब मोदी सरकार में शामिल किसी गठबंधन सहयोगी के नेता को राज्यपाल के तौर पर जिम्मेदारी सौंपी गई है। अब तक सरकार की नीति भाजपा के नेताओं, सैन्य सेवा में रहे लोगों को ही राज्यपाल के तौर पर जिम्मेदारी देने की रही है। ऐसा पहली बार है, जब किसी गैर-भाजपा दल के नेता को यह मौका मिला है।